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प्रादेशिक

महिला पत्रकारों को सुरक्षा देने की जरूरत

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महिला पत्रकारों, सुरक्षा देने की जरूरत, उत्तर प्रदेश के बांदा जिले, 'खबर लहरिया' समाचारपत्र की संपादक कविता

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भावना अकेला

नई दिल्ली/लखनऊ| उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के एकमात्र महिला समाचारपत्र की पांच महिला पत्रकारों के उत्पीड़न और इस मुद्दे पर पुलिस के ढुलमुल रवैये ने देश के छोटे शहरों की महिला पत्रकारों की सुरक्षा की ओर एक बार फिर ध्यान खींचा है। बांदा के ‘खबर लहरिया’ समाचारपत्र की संपादक कविता ने फोन पर बताया, “पुलिस ने एक अज्ञात कॉलर द्वारा महीनों तक हमारी टीम की पांच सदस्यों के उत्पीड़न को एक आम बात बताया और मामले को गंभीरता से लेने में बहुत वक्त लगाया।” उन्होंने कहा, “स्वयं को नीशू बताने वाला एक अज्ञात व्यक्ति जनवरी से हमारी पांच पत्रकारों को फोन कर रहा था। कई-कई दिन तो मुझे और मेरी पत्रकारों को 90 से ज्यादा मिस कॉल आईं।”

कविता ने कहा कि तीन महीने से फोन कर रहे इस व्यक्ति ने महिला पत्रकारों को अलग-अलग फोन नंबर से धमकियां दीं। उनसे अश्लील बातें कीं और उनका पीछा भी किया। उन्होंने कहा, “वह देर रात फोन करता। कभी कभी रात दो बजे फोन करता और गालियां बकता।” कविता ने कहा कि 22 जनवरी को इस अज्ञात कॉलर के खिलाफ प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज कराई गई। पुलिस के लिए यह एक मामूली सा मामला था।

‘खबर लहरिया’ की संपादक ने कहा, “कस्बों और छोटे शहरों में महिला पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित किए जाने की जरूरत है। महिलाओं की मदद करने वाली 1090 हेल्पलाइन कभी सेवा में नहीं होती। उत्तर प्रदेश के जिलों में महिला सहकर्मियों के प्रति पुरुष की असंवेदनशीलता के कई उदाहरण हैं।” एक मीडिया रिपोर्ट सामने आने के बाद ही पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और आरोपी को हिरासत में लिया। बांदा के पुलिस अधीक्षक राकेश शंकर ने कहा कि आरोपी सद्दाम उर्फ नीशू के कब्जे से 40 से ज्यादा मोबाइल सिमकार्ड बरामद हुए हैं। ऐसे अपराधियों पर नकेल कसी जाएगी।

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18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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