Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

मुंबई के गुनाहगार मुस्तफा दोसा की हार्ट अटैक से मौत

Published

on

Loading

मुंबई। साल 1993 में मुंबई में हुए श्रृंखलाबद्ध बम विस्फोटों के मामले में विशेष टाडा अदालत द्वारा दोषी करार दिए गए तस्कर व माफिया मुस्तफा दोसा का बुधवार को दिल का दौरा पडऩे से निधन हो गया। अदालत ने मामले में उसे अभी सजा नहीं सुनाई थी। सर जे.जे.अस्पताल के डीन टी.पी.लहाने ने आईएएनएस से कहा, “उच्च रक्तचाप, मधुमेह तथा दिल से संबंधित बीमारियों से जूझ रहे दोसा को बुधवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान अपराह्न 2.35 बजे उसकी मौत हो गई।”

उन्होंने कहा कि छाती में दर्द की शिकायत के बाद उसे बुधवार सुबह जेल वार्ड में भर्ती कराया गया, जहां उसका उच्च रक्तचाप, मधुमेह तथा इससे संबंधित संक्रमण का इलाज चल रहा था।

दोसा उर्फ मुस्तफा मजनू के परिवार में उसका भाई मोहम्मद दोसा, उसकी दूसरी पत्नी तथा चार बच्चे हैं। मोहम्मद दोसा भी इसी मामले में आरोपी है और फरार चल रहा है।

दोसा को विस्फोट से पहले महाराष्ट्र के रायगढ़ तट पर तीन टन आरडीएक्स तथा एके56 असॉल्ट राइफलों को उतारने का दोषी करार दिया गया था।

उसपर दुबई स्थित अपने भाई (मोहम्मद दोसा) के आवास पर मुंबई हमलों की साजिश के लिए हुई बैठक में हिस्सा लेने का भी आरोप था।

दिसंबर 1992 तथा जनवरी 1993 के बीच हुई उन बैठकों में माफिया डॉन तथा विस्फोट का मास्टरमाइंड दाऊद इब्राहिम कास्कर तथा टाइगर मेमन भी शामिल था, जिसने साजिश को अंजाम तक पहुंचाया। दोनों आरोपी फरार हैं।

दक्षिण मुंबई के अगरीपाड़ा के निवासी दोसा ने अपना अधिकांश समय दुबई में व्यापार करने में बिताया। साल 2003 की शुरुआत में एक स्थानीय मामले में उसे गिरफ्तार किया गया, जिसके बाद उसे संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से निर्वासित किया जाना था। उसने भारत आने का फैसला किया और 20 मार्च को नई दिल्ली पहुंचने पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

चूंकि वह 1993 के विस्फोट मामलों की सुनवाई से फरार रहा था, इसलिए उसका नाम अबु सलेम सहित गिरफ्तार अन्य आरोपियों के साथ दूसरी (वर्तमान) सुनवाई के साथ जोड़ दिया गया।

मुंबई को दहलाने वाले विस्फोटों के लगभग 24 वर्षो बाद 16 जून को टाडा अदालत के न्यायाधीश जी.ए.सनप ने उसे तथा पांच अन्य को मामले में दोषी पाया। पिछले कुछ दिनों से विशेष न्यायाधीश के समक्ष दोषियों की सजा पर बहस चल रही है।

दोसा सर्वोच्च न्यायालय से सजा के फैसले का इंतजार कर रहा था।

विशेष लोक अभियोजक दीपक साल्वे ने मंगलवार को सजा को लेकर हुई बहस के दौरान विस्फोट में संलिप्तता के लिए दोसा को मौत की सजा देने की मांग की थी।

मुख्य समाचार

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

Published

on

Loading

पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

Continue Reading

Trending