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‘मुट्ठी भर छात्र’ गलत सूचनाएं फैलाने का अभियान चला रहे : जेएनयू

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नई दिल्ली, 2 अगस्त (आईएएनएस)| जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शनकारी छात्रों द्वारा भ्रष्टाचार सहित विभिन्न आरोपों पर विश्वविद्यालय ने कहा है कि ‘मुट्ठी भर छात्रों’ द्वारा ‘गलत सूचनाओं के प्रसार के लिए अभियान’ चलाया जा रहा है। जेएनयू प्रशासन ने मंगलवार शाम छात्र समुदाय को संबोधित एक विज्ञप्ति में छात्रों की शिकायतों को निराधार साबित करने के प्रयास के तहत कई कारण गिनाए।

विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा जवाहर लाल नेहरू छात्र संघ (जेएनयूएसयू) के अध्यक्ष मोहित पांडे के वर्तमान सेमेस्टर में नामांकन करने से इनकार करने के खिलाफ जेएनयूएसयू ने विश्वविद्यालय के प्रशासनिक खंड में मंगलवार को विरोध स्वरूप एक बैठक का आयोजन किया। विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि मोहित पांडे द्वारा 10,000-20,000 रुपये का जुर्माना जमा नहीं किया था, इसलिए उनका नामांकन नहीं किया गया।

जेएनयूएसयू ने बैठक के दौरान प्रशासन द्वारा सीटों में कटौती किए जाने का मुद्दा भी उठाया और कहा कि यह कुछ समय बाद प्रशासन के भ्रष्टाचार को उजागर करेगा।

वहीं, दूसरी तरह अपनी सफाई में विश्वविद्यालय की ओर से कहा गया कि प्रोक्टोरियल जांच समिति की सिफारिश के बाद लगाई गई जुर्माने की राशि को पांडे ने भुगतान करने से इनकार कर दिया और वे अन्य अधिकारियों की तरह ही अपनी बकाया राशि का भुगतान कर सकते थे, और ऐसा न करने पर सजा वह सजा के हकदार हैं।

इसके लिए प्रशासन ने एक दूसरे आंदोलनरत छात्र दिलीप यादव का उदाहरण दिया, जिनका भी नामांकन नहीं किया गया है।

विवि प्रशासन ने कहा कि यादव को दिल्ली उच्च न्यायालय ने जुर्माने को जमा करने का आदेश दिया गया था। दरअसल, दिलीप यादव ने प्रॉक्टोरियल जांच समिति द्वारा उनके खिलाफ दण्डात्मक उपाय संबंधी कदम उठाए जाने के खिलाफ उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था।

विश्वविद्यालय प्रशासन ने सोशल मीडिया में फैलाए जा रहे गलत सूचनाओं के अभियान का खंडन करते हुए कहा कि लापता छात्र नजीब अहमद के खिलाफ विरोध कर रहे छात्रों को दण्डित नहीं किया गया है। जैसा कि उनके द्वारा प्रशासन द्वारा इस मामले में लापरवाही बरते जाने का दावा किया गया।

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नेशनल

पीएम मोदी पर लिखी किताब के प्रचार के लिए स्मृति ईरानी चार देशों की यात्रा पर

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नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एक नवीनतम पुस्तक ‘मोडायलॉग – कन्वर्सेशन्स फॉर ए विकसित भारत’ के प्रचार के लिए चार देशों की यात्रा पर रवाना हो गई हैं। यह दौरा 20 नवंबर को शुरू हुआ और इसका उद्देश्य ईरानी को मध्य पूर्व, ओमान और ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों से जोड़ना है।

स्मृति ईरानी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि,

एक बार फिर से आगे बढ़ते हुए, 4 देशों की रोमांचक पुस्तक यात्रा पर निकल पड़े हैं! 🇮🇳 जीवंत भारतीय प्रवासियों से जुड़ने, भारत की अपार संभावनाओं का जश्न मनाने और सार्थक बातचीत में शामिल होने के लिए उत्सुक हूँ। यह यात्रा सिर्फ़ एक किताब के बारे में नहीं है; यह कहानी कहने, विरासत और आकांक्षाओं के बारे में है जो हमें एकजुट करती हैं। बने रहिए क्योंकि मैं आप सभी के साथ इस अविश्वसनीय साहसिक यात्रा की झलकियाँ साझा करता हूँ

कुवैत, दुबई, ओमान और ब्रिटेन जाएंगी स्मृति ईरानी

डॉ. अश्विन फर्नांडिस द्वारा लिखित यह पुस्तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शासन दर्शन पर प्रकाश डालती है तथा विकसित भारत के लिए उनके दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करती है। कार्यक्रम के अनुसार ईरानी अपनी यात्रा के पहले चरण में कुवैत, दुबई, फिर ओमान और अंत में ब्रिटेन जाएंगी।

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