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मेरा निर्वाचन रिबन काटने के लिए नहीं, भ्रष्टाचार मिटाने के लिए : मोदी

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देहरादून | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी के पक्ष में आवाज उठाते हुए मंगलवार को कहा कि इस कदम का उद्देश्य देश से भ्रष्टाचार को उखाड़ फेंकना और भारत को उसका गौरव वापस दिलाना है। मोदी ने उत्तराखंड की राजधानी के परेड ग्राउंड में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की एक रैली में कहा, “भ्रष्टाचार ने देश को बर्बाद कर दिया, जो कभी ‘सोने की चिड़िया’ के नाम से जाना जाता था। अगर देश को प्रगति के पथ पर अग्रसर होना है, तो इस लूट-खसोट, भ्रष्टाचार को बंद करना होगा।” उन्होंने भ्रष्टाचारियों तथा काले धन से निपटने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।

भीड़ की तालियों की गड़गड़ाहट के बीच उन्होंने राज्य के लोगों से साल 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को वोट देने की अपील करते हुए कहा कि राज्य को परेशानियों से बाहर निकालने का यही एकमात्र रास्ता है।मोदी ने कहा, “उत्तराखंड एक ऐसे गड्ढे में चला गया है, जिससे उसे बाहर निकालने के लिए दो इंजन की जरूरत है। इन दो इंजनों में से एक दिल्ली में (केंद्र सरकार) है, जबकि दूसरे की देहरादून (राज्य सरकार) में जरूरत है।”

उन्होंने कहा, “आपने एक इंजन पहले ही दिल्ली में बिठा दिया है, जबकि अब दूसरे इंजन को देहरादून में बिठाने की बारी है।”उत्तराखंड में अगले साल विधानसभा चुनाव होंगे।देश की प्रगति की राह में भ्रष्टाचार को सबसे बड़ा रोड़ा बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें देश के लोगों ने 2014 के चुनाव में रिबन काटने और उद्घाटन दीप जलाने के लिए वोट नहीं दिया था।

उन्होंने कहा, “वे (लोग) मुझसे कार्रवाई चाहते थे और मैं यहां भ्रष्ट लोगों तथा काले धन से निपटने के लिए हूं। काले धन का इस्तेमाल मानव तस्करी, मादक पदार्थ, माफिया तथा अंडरवर्ल्ड के लिए हो रहा था।”उन्होंने ‘भ्रष्टों तथा काला धन जमा रखने वालों का पक्ष लेने’ के लिए एक बार फिर विपक्ष पर निशाना साधा।

मोदी ने नोटबंदी के बाद परेशानियां सहने और भ्रष्टाचार तथा काले धन के खिलाफ कार्रवाई का समर्थन करने के लिए लोगों का शुक्रिया अदा किया।मोदी ने कहा, “भारत के लोग कुल मिलाकर ऐसे लोग हैं, जो ईमानदारी का पक्ष लेते हैं और मैं इस बात से खुश हूं कि मुझे आपका आशीर्वाद प्राप्त है, नहीं तो पता नहीं इन राजनीतिज्ञों ने मेरा क्या किया होता, यह तो ईश्वर ही जानता है।”

नोटबंदी के फैसले का विरोध करने वाले लोगों पर चुटकी लेते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भ्रष्टों को पसीना आ रहा है, क्योंकि उनकी सरकार उनके पीछे लगी है, जिन्होंने लोगों का पैसा लूटा है।उन्होंने भ्रष्टों को कानून के दायरे में लाने तथा गरीबों की पाई-पाई का हिसाब लेने के संकल्प को रेखांकित किया।अपनी सरकार की ‘वन रैंक वन पेंशन’ योजना का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने केंद्र सरकार के वित्तीय संकट को समझने और बकाया रकम चार किश्तों में लेने पर सहमति जताने के लिए रक्षाकर्मियों को सलाम किया।

उन्होंने यह भी बताया कि ओआरओपी योजना के तहत 6,600 करोड़ रुपये बांटे जा चुके हैं।मोदी ने युवाओं व बेरोजगारों को लुभाते हुए कहा कि उनकी सरकार ने ग्रुप सी तथा ग्रुप डी की नौकरियों में साक्षात्कार को खत्म कर दिया, जहां बहुत भ्रष्टाचार था और भाई-भतीजावाद का बोलबाला था।उन्होंने कहा, “अब केवल मेरिट से ही नौकरी मिलेगी, जबकि इससे पहले इसके लिए नोट देना पड़ता था।”प्रधानमंत्री ने चार धाम की सालाना तीर्थयात्रा के लिए ‘ऑल वेदर’ रोड की आधारशिला रखी।

नेशनल

मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन, दिल्ली एम्स में ली अंतिम सांस

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नई दिल्ली। मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन हो गया है। दिल्ली के एम्स में आज उन्होंने अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से बीमार चल रहीं थी। एम्स में उन्हें भर्ती करवाया गया था। शारदा सिन्हा को बिहार की स्वर कोकिला कहा जाता था।

गायिका शारदा सिन्हा को साल 2018 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टूबर, 1952 को सुपौल जिले के एक गांव हुलसा में हुआ था। बेमिसाल शख्सियत शारदा सिन्हा को बिहार कोकिला के अलावा भोजपुरी कोकिला, भिखारी ठाकुर सम्मान, बिहार रत्न, मिथिलि विभूति सहित कई सम्मान मिले हैं। शारदा सिन्हा ने भोजपुरी, मगही और मैथिली भाषाओं में विवाह और छठ के गीत गाए हैं जो लोगों के बीच काफी प्रचलित हुए।

शारदा सिन्हा पिछले कुछ दिनों से एम्स में भर्ती थीं। सोमवार की शाम को शारदा सिन्हा को प्राइवेट वार्ड से आईसीयू में अगला शिफ्ट किया गया था। इसके बाद जब उनकी हालत बिगड़ी लेख उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया। शारदा सिन्हा का ऑक्सीजन लेवल गिर गया था और फिर उनकी हालत हो गई थी। शारदा सिन्हा मल्टीपल ऑर्गन डिस्फंक्शन स्थिति में थीं।

 

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