Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

यूनीनॉर का नाम अब टेलीनॉर

Published

on

Loading

नई दिल्ली। दूरसंचार सेवा प्रदाता कंपनी यूनीनॉर ने बुधवार को कहा कि उसने देश में अपना नाम बदलकर टेलीनॉर कर दिया है। टेलीनॉर समूह के एशिया क्षेत्र के प्रमुख मोर्टेन सोर्बी ने कहा, “यूनीनॉर अब टेलीनॉर हो गया है। ब्रांड बदलने से अपने ग्राहकों और शेयरधारकों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का पता चलता है।”

नए नाम को जनमानस में स्थापित करने के लिए कंपनी 100 करोड़ रुपये खर्च करेगी। नॉर्वे की कंपनी टेलीनॉर ने भारत में 2009 में कदम रखा था। शुरू में इसने रियल्टी कंपनी यूनीटेक से साझेदारी की थी, जो 2012 में कारोबार से बाहर निकल गया। इसके बाद कंपनी टेलीविंग्स के नाम से कारोबार करने लगी। 2014 में टेलीनॉर ने कंपनी की 100 फीसदी हिस्सेदारी खरीद ली।

टेलीनॉर इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विवेक सूद ने कहा, “हमारे पास 4.755 करोड़ ग्राहक हैं। सिर्फ चार साल में हम लाभ में पहुंच चुके हैं।” और अधिक स्पेक्ट्रम खरीदने की योजना पर सूद ने कहा, “हम और अधिक स्पेक्ट्रम चाह रहे हैं। यह कंपनी को अगले मुकाम पर ले जाने के लिए जरूरी है। हम नीलामी, खरीद-बिक्री, साझेदारी या विलय तथा अधिग्रहण से स्पेक्ट्रम हासिल कर सकते हैं।”

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending