Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

यूपी में सत्ता बदलते ही खास अधिकारियों की जांच शुरू

Published

on

Loading

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में नई सरकार अभी बनने को है, मगर पुरानी सरकार के खास अफसरों के खिलाफ जांच शुरू हो गई है। पूर्व मुख्य सचिव आलोक रंजन और मौजूदा प्रमुख सचिव गृह देबाशीष पांडा निशाने पर हैं।

आरएसएस समर्थक आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने पूर्व मुख्य सचिव आलोक रंजन और मौजूदा प्रमुख सचिव गृह देबाशीष पांडा द्वारा उनके सेवा संबंधी मामलों में फर्जी अभिलेख बनाकर उन्हें प्रताडि़त करने के संबंध में मई, 2016 में डीओपीटी, भारत सरकार को शिकायत भेजी थी।

उन्होंने गृह विभाग और डीजीपी कार्यालय के अभिलेखों के आधार पर कहा था कि इन अफसरों ने आपराधिक षड्यंत्र कर अनेक फर्जी तरीके से उनके निलंबन विषयक कई सारे फर्जी अभिलेख बनाए और उन्हें गलत तरीके से निलंबित रखा।

डीओपीटी ने नवंबर, 2016 में उत्तर प्रदेश शासन को इस शिकायत की जांच कराए जाने को कहा था, लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार ने अब तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं की थी।

अब चार महीने बाद नियुक्ति अनुभाग-5 के अनुसचिव कमला सिंह यादव ने अपने आदेश 17 मार्च द्वारा अमिताभ को अपनी शिकायत के संबंध में शपथपत्र देने और शिकायतों की पुष्टि में अतिरिक्त साक्ष्य देने को कहा है, ताकि जांच में आगे की कार्रवाई की जा सके।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending