Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

लेमन स्कूल यानी ‘खुद से करके देखें’

Published

on

Loading

नई दिल्ली| लेमन स्कूल ऑफ एंटरप्रेन्योरशिप (एलएसई) ने अनुभवजन्य उद्यमिता कार्यक्रम शुरू किया है। यह एक नए विचार के साथ सामने आया है कि ‘खुद से करके देखें’। यानी इस स्कूल में शिक्षा के दौरान कोई सैद्धांतिक पढ़ाई नहीं होगी, बल्कि काम के दौरान ही अपना रोजगार करने के बारे में सोचा और सीखा जा सकेगा। ‘अनुभवजन्य उद्यमिता एवं नवाचार’ कार्यक्रम नौ महीने का होगा। प्रथम बैच की शुरुआत जुलाई 2015 से शुरू होने जा रही है।

लेमन स्कूल के मेंटर दीपक मनेरिया ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि कार्यक्रम में मुख्य ध्यान खुद कर के सीखने और अनुभव से लाभ उठाने पर होगा। उन्होंने कहा कि 2000 घंटे के इस कार्यक्रम के लिए संस्थान 30 अभ्यर्थियों का चुनाव किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कोई अर्हता सीमा तय नहीं की गई है और यह भारत तथा वैश्विक अभ्यर्थियों के लिए खुला हुआ है। यह कार्यक्रम कारोबारी परिवार के सदस्यों और ऐसे लोगों के लिए बिल्कुल मुफीद है, जो शुरू से ही नया कारोबार स्थापित करना चाहते हों या अपने पेशेवर जीवन को छोड़कर अब कारोबार स्थापित करना चाहते हों।

मनेरिया ने कहा कि हम अपने कार्यक्रम में आइडिया और अनुभव का मेल कराते हैं। उन्होंने कहा कि अभी आईटी क्षेत्र में काम करने वाले लोग विदेश में ही अपनी प्रतिभा दिखाते रहे हैं, अब समय आ गया है जब इसे देश में लागू किया जाए और रोजगार के व्यापक अवसर सृजित किए जाएं।

उन्होंने कहा कि आज के संस्थान जॉब क्रियेटर तैयार नहीं कर रहे हैं। हम इस दिशा में काम करना चाहते हैं। फिलहाल हमलोग 15 स्टार्टअप को सपोर्ट कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस स्कूल का मोटो है ‘डू इट योरसेल्फ’ यानी खुद से करके देखें। उन्होंने कहा कि अभी तक हमने तीन वर्कशाप किए हैं, जिनमें से एक-एक स्टार्ट अप शुरू हुआ है और इसी तरह रोजगार पैदा करने वालों की संख्या बढ़ती जाएगी।

उन्होंने कहा कि स्कूल की स्थापना छोटी कंपनियों को मार्गदर्शन देने वाली कंपनी लेमन आईडियाज ने की है। स्कूल की स्थापना भारतीय प्रबंधन संस्थान जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों से जुड़े विशेषज्ञों के सहयोग से की गई है।

उल्लेखनीय है कि लेमन आईडियाज की स्थापना दिग्गज मानव संसाधन विशेषज्ञ और उद्यमी दीपक मेनारिया ने की है, जो एक जुझारू मार्गदर्शक, नवाचारी और उद्यमी हैं और जिन्होंने लैंबेंट टेक्न ोलॉजीज (अब ग्लोबल लॉजिक) और वन फाउंडेशन जैसी कंपनियों को खड़ा किया है।

लेमन स्कूल ऑफ एंटरप्रेन्योरशिप के प्रमुख डॉ. राजीव राय हैं, जो आईआईएम-रायपुर के पूर्व प्रोफेसर और आईआईएम-अहमदाबाद के पूर्व छात्र रह चुके हैं। वह 10 वर्षो से प्रमुख प्रबंधन संस्थानों में उद्यमिता की शिक्षा दे रहे हैं।

प्रादेशिक

IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

Published

on

Loading

महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

Continue Reading

Trending