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प्रादेशिक

वेदांता ने राजस्थान में आंगनवाड़ी केंद्र गोद लिए

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जयपुर| हिंदुस्तान जिंक, वेदांता समूह की एक कंपनी और वेदांता फाउंडेशन ने राजस्थान के पांच जिलों के 3,056 आंगनवाड़ी केंद्रों को गोद लिया है। आंगनवाड़ी केंद्रों को गोद लेने से उदयपुर, चित्तौरगढ़, भीलवाड़ा, राजसमंद और अजमेर जिलों में पांचों वर्षो में तीन से छह वर्ष के आयुवर्ग के 90,000 अभावग्रस्त बच्चों को फायदा होगा।

कंपनी उनके समग्र विकास यानी पोषण, शिक्षा और प्राथमिक स्वास्थ्य सहित अन्य विकास की दिशा में भी योगदान करेगी।

इस बाबत यहां बुधवार को राजस्थान सरकार, हिंदुस्तान जिक एवं वेदांता फाउंडेशन के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुए।

हिंदुस्तान जिंक के कारपोरेट कम्युनिकेशन के प्रमुख पवन कौशिक ने एक बयान में कहा, “हमारा ध्यान इन ग्रामीण बच्चों के समग्र विकास एवं वृद्धि पर है। कंपनी इंटरैक्टिव ‘खेल खेल में सीखो’ विधि को बढ़ावा देने के लिए रंग-बिरंगी किताबें, चार्ट, खिलौने और अन्य प्री शैक्षिक साम्रगी मुहैया कराएगी।”

हिंदुस्तान जिंक और वेदांता फाउंडेशन आंगनवाड़ी परियोजना का संचालन खुशी अभियान के तहत करेंगी।

 

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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