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शिवसेना के बवाल के बाद बीसीसीआई ने पीसीबी के साथ बैठक रद्द की

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नई दिल्ली/मुंबई। शिवसेना के कार्यकर्ताओं के उग्र विरोध के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव अनुराग ठाकुर ने अटकलों पर विराम लगाते हुए सोमवार को द्विपक्षीय श्रृंखला के लिए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के साथ बोर्ड अध्यक्ष शशांक मनोहर की बातचीत रद्द होने की पुष्टि कर दी। गौरतलब है कि पीसीबी अध्यक्ष शहरयार खान सोमवार को नवनियुक्त बीसीसीआई के अध्यक्ष मनोहर से दोनों देशों के बीच क्रिकेट श्रृंखला शुरू किए जाने के लिए बातचीत करने वाले थे, लेकिन शिव सेना के करीब 70 कार्यकताओं ने मनोहर के कायार्लय में घुसकर जमकर इस बैठक का विरोध किया।

शिव सेना द्वारा बैठक का विरोध किए जाने के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीसीसीआई को पीसीबी के साथ कोलकाता में बैठक किए जाने का प्रस्ताव दिया है। इस बीच ऐसी अफवाहें भी उड़ीं कि पीसीबी के साथ यह बैठक राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में हो सकती है, जहां सोमवार को ही बीसीसीआई की अखिल भारतीय सीनियर चयन समिति दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शेष श्रृंखला के लिए भारतीय टीम का चयन करने वाली थी।

अनुराग ने संवाददाताओं से कहा, “आधिकारिक तौर पर दिल्ली में कोई बैठक नहीं होने वाली। अगर बातचीत होती है तो वह मुंबई स्थित बीसीसीआई के मुख्यालय में ही होगी। बीसीसीआई और पीसीबी के बीच कुछ गंभीर मतभेद हैं और पीसीबी अध्यक्ष उन मुद्दों पर बातचीत करने के लिए बीसीसीआई अध्यक्ष से मिलना चाहते थे, लेकिन अभी यह बैठक रद्द कर दी गई है।”

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद ठाकुर ने आगे कहा, “मैं इस उग्र विरोध प्रदर्शन की निंदा करता हूं, क्योंकि कोई भी इस तरह बीसीसीआई कार्यालय में जबरन घुसकर बैठक रद्द करने के लिए बाध्य नहीं कर सकता। लोकतंत्र में आपको विरोध प्रकट करने का अधिकार है, लेकिन आप किसी के घर, कार्यालय या मुख्यालय में जबरन घुसपैठ नहीं कर सकते।” इससे पहले इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के चैयरमेन राजीव शुक्ला ने भी शिव सेना के विरोध प्रदर्शन की निंदा की।

बीसीसीआई कार्यालय के बाहर काले झंडे लहराते हुए सेना के कार्यकर्ताओं ने ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ और ‘शशांक मनोहर मुर्दाबाद’ के नारे लगाए। पुलिस ने बाद में 20 से अधिक प्रदर्शकारियों को हिरासत में ले लिया। एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि जब तक पाकिस्तान भारतीय जवानों और सीमा पर रह रहे नागरिकों को मारना बंद नहीं करेगा, तब तक शिव सेना दोनों देशों के बीच किसी भी तरह के क्रिकेट संबंधों को सफल नहीं होने देगी।

शिव सेना सांसद और सेना के मुखपत्र सामना के कार्यकारी संपादक संजय राउत ने कहा, “यह कोई घेराव नहीं था लेकिन मनोहर से पाकिस्तान के अपने समकक्ष खान के साथ बैठक को रद्द करने के लिए एक आग्रह था।” पाकिस्तान के खिलाफ शिव सेना का यह दूसरा बड़ा प्रदर्शन है। इससे पहले, मुंबई और पुणे में होने वाले पाकिस्तान के लोकप्रिय गजल गायक गुलाम अली के कार्यक्रम को शिव सेना के विरोध प्रदर्शन के कारण रद्द कर दिया गया था।

पिछले सोमवार को पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद महमूद कसूरी की पुस्तक का लोकार्पण करने जा रहे दिग्गज पत्रकार सुधीर कुलकर्णी पर सेना के कार्यकर्ताओं ने काली स्याही फेंकी थी।

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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