Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

शेयर बाजार : आरबीआई की बैठक, आर्थिक आंकड़ों पर रहेगी नजर

Published

on

Loading

शेयर बाजार : आरबीआई की बैठक, आर्थिक आंकड़ों पर रहेगी नजर

मुंबई | आगामी सप्ताह घरेलू शेयर बाजार में बड़ी उथल-पुथल रहने वाली है। आरबीआई बैठक के नतीजे, घरेलू और वैश्विक आर्थिक आंकड़ों, कंपनियों के तीसरी तिमाही के नतीजों, विधानसभा चुनाव, वैश्विक बाजारों के रूझान, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) और घरेलू पोर्टफोलियो निवेशको (डीआईआई) के निवेश, डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल और कच्चे तेल की कीमतों से बाजार की दिशा तय होगी।

आगामी सप्ताह में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की छठी द्वैमासिक मौद्रिक बैठक होने जा रही है जो आठ फरवरी यानी बुधवार को होगी। इस बैठक में ब्याज दरों के बढ़ाए जाने या नहीं बढ़ाए जाने पर फैसला किया जाएगा। औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) आंकड़ें भी जारी किए जाएंगे। इसके साथ ही घरेलू कंपनियां अपने तिमाही नतीजे भी जारी करेंगी। टाटा स्टील, बीएचईएल और पंजाब नेशनल बैंक सात फरवरी को नतीजे घोषित करेंगे। सिप्ला, हीरो मोटोकॉर्प, एनटीपीसी और यूनियन बैंक आठ फरवरी को नतीजे जारी करेंगे। बीपीसीएल, ल्युपिन और पावर ग्रिड नौ फरवरी को गेल, महिंद्रा एंड महिंद्रा, भारतीय स्टेट बैंक और टाटा पावर 10 फरवरी को नतीजे जारी करेंगे।

राजनीति मोर्चे पर देखें तो संसद के बजट सत्र पर निवेशकों की नजर रहेगी। बजट सत्र दो हिस्सों में बंटा हुआ है। पहल सत्र 31 जनवरी से शुरू हुआ और यह नौ फरवरी को समाप्त होगा जबकि दूसरा सत्र नौ मार्च से शुरू होगा और 12 अप्रैल को समाप्त होगा। इस महीने पांच राज्यों पंजाब, गोवा, मणिपुर, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेस में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। गोवा और पंजाब में चार फरवरी को चुनाव हो चुके, बाकी राज्यों पर बाजार की भी नजर रहेगी। चुनावों के नतीजे 11 मार्च को जारी होंगे।

वैश्विक मोर्चे की बात करें तो एशियाई शेयर बाजारों पर घरेलू बाजार की नजर रहेगी। अमेरिका के गैर कृषि क्षेत्र के नतीजे भी इस सप्ताह जारी होंगे। मार्किट इकोनॉमिक्स सोमवार को जनवरी माह के चाइना सर्विसेज पीएमआई के आंकड़ें जारी करेगा। इसी दिन चाइना कंपोजिट आंकड़ें भी जारी होंगे जिसका बाजार पर असर देखने योग्य होगा।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending