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बिजनेस

शेयर बाजार : एफएंडओ परिपक्वता से उतार-चढ़ाव की संभावना

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मुंबई। शेयर बाजारों में आगामी सप्ताह वायदा एवं विकल्प (एफएंडओ) सौदों की परिपक्वता को लेकर उतार-चढ़ाव बने रहने की संभावना है। जून माह का एफएंडओ सौदा गुरुवार, 25 जून को परिपक्व होगा। शेयर बाजारों में आगामी सप्ताह में मानसून की प्रगति पर निवेशकों की निगाह टिकी रहेगी। अगले सप्ताह निवेशकों की नजर विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (एफपीआई) और घरेलू संस्थागत निवेश (डीआईआई) के आंकड़ों, वैश्विक बाजारों के रुझान, डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल और तेल की कीमतों पर भी बनी रहेगी।

सोमवार 22 जून को फार्मा कंपनी ल्युपिन को बंबई स्टॉक एक्सचेंज के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स में टाटा पॉवर के स्थान पर शामिल कर लिया जाएगा। आगामी सप्ताह में बाजार की चाल मानसून की प्रगति पर भी निर्भर करेगी। जून-सितंबर मानसूनी सत्र के दौरान बारिश देश की अर्थव्यवस्था के लिए संजीवनी के समान होती है, क्योंकि देश की खेती मुख्यत: बारिश पर ही निर्भर करती है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, 17 जून की स्थिति तक देश में मानसूनी बारिश औसत से 11 फीसदी अधिक हुई है। आगामी सप्ताह ग्रीस से संबंधित घटनाक्रम पर निवेशकों का ध्यान लगा रहेगा। यूरोपीय संघ के अधिकारियों और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के ग्रीस के साथ वार्ता विफल रहने के बाद यूरो जोन सदस्यों के नेता सोमवार 22 जून को ब्रसेल्स में ग्रीस को दी जाने वाली राहत पर एक आपात बैठक करने वाले हैं। राहत पाने के लिए आर्थिक सुधार कार्यक्रम पर ग्रीस का कर्जदाता संगठनों के साथ समझौता जरूरी है।

राहत की अगली खेप पाए बिना ग्रीस के लिए आईएमएफ को इस माह के आखिर तक 1.6 अरब यूरो (1.8 अरब डॉलर) का भुगतान कर पाना कठिन हो जाएगा। यदि यह भुगतान नहीं होता है, तो ग्रीस को यूरोपीय संघ से बाहर भी निकलना पड़ सकता है।

नेशनल

ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप को मनमानी करने पर 103 के बदले देने पड़ेंगे 35,453 रु, जानें क्या है पूरा मामला

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हैदराबाद। ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप स्विगी को ग्राहक के साथ मनमानी करना भारी पड़ गया। कंपनी की इस मनमानी पर एक कोर्ट ने स्विगी पर तगड़ा जुर्माना ठोक दिया। हैदराबाद के निवासी एम्माडी सुरेश बाबू की शिकायत पर उपभोक्ता आयोग ने बड़ा फैसला सुनाया है। बाबू ने आरोप लगाया था कि स्विगी ने उनके स्विगी वन मेंबरशिप के लाभों का उल्लंघन किया और डिलीवरी Food Delivery की दूरी को जानबूझकर बढ़ाकर उनसे अतिरिक्त शुल्क वसूला

क्या है पूरा मामला ?

सुरेश बाबू ने 1 नवंबर, 2023 को स्विगी से खाना ऑर्डर किया था। सुरेश के लोकेशन और रेस्टॉरेंट की दूरी 9.7 किमी थी, जिसे स्विगी ने बढ़ाकर 14 किमी कर दिया था। दूरी में बढ़ोतरी की वजह से सुरेश को स्विगी का मेंबरशिप होने के बावजूद 103 रुपये का डिलीवरी चार्ज देना पड़ा। सुरेश ने आयोग में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि स्विगी वन मेंबरशिप के तहत कंपनी 10 किमी तक की रेंज में फ्री डिलीवरी करने का वादा किया था।कोर्ट ने बाबू द्वारा दिए गए गूगल मैप के स्क्रीनशॉट्स और बाकी सबूतों की समीक्षा की और पाया कि दूरी में काफी बढ़ोतरी की गई है।

कोर्ट ने स्विगी को अनुचित व्यापार व्यवहार का दोषी पाया और कंपनी को आदेश दिया कि वे सुरेश बाबू को 9 प्रतिशत ब्याज के साथ 350.48 रुपये के खाने का रिफंड, डिलीवरी के 103 रुपये, मानसिक परेशानी और असुविधा के लिए 5000 रुपये, मुकदमे की लागत के लिए 5000 रुपए समेत कुल 35,453 रुपये का भुगतान करे।

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