Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

सख्त ट्रेनिंग के चलते रुक जाते है फीमेल सोल्जर्स के पीरियड्स, आती है बदबू

Published

on

Loading

साउथ कोरिया। आज तक आप ने सोल्जर्स की टफ ट्रेनिंग के बारे में बहुत कुछ सुना होगा। सोल्जर्स को किस तरह से प्रशिक्षित किया जाता है, इसे कभी-कभार टीवी चैनलों पर दिखाया भी गया है लेकिन आज हम आपको नार्थ कोरिया की फीमेल सोल्जर्स की उस ट्रेनिंग के बारे में बताएंगे जिसे सुनकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे।

दरअसल, करीब दस साल पहले यहां की आर्मी का हिस्सा रही ली सो येआन ने फीमेल सोल्जर्स की ट्रेनिंग को लेकर ऐसे चौंकाने वाले खुलासे किए है जिसपर यकीन करना सिर्फ मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन है पर ये एक कटु सच है। जिसे खुद ली सो येआन ने बताया है।

ली कहती है कि यहां फीमेल्स की ट्रेनिंग इतनी सख्त है कि उनके पीरियड्स तक रुक जाते है मालूम ही नहीं चलता। उन्हें तो इस बात तक का अंदाजा नहीं रहता कि पीरियड्स कब आए और कब खत्म हो गए। इसके अलावा वे अक्सर यहां रेप का भी शिकार होती है।

बयां किए कई दर्द-

ली की तरह एक अन्य महिला सैनिक ने बताया कि नॉर्थ कोरिया में महिला सैनिकों के लिए सैनेटरी पैड तक की व्यवस्था नहीं है। इसके चलते उन्हें सूती कपड़ों का इस्तेमाल करना पड़ता था।

 

इतना ही नहीं, पुरुषों की नजरों बचाने के लिए वे ये कपड़े छिपकर धोती थीं और फिर उसका दोबारा यूज करती थीं। इसके अलावा महिलाओं को भी इतनी सख्त ट्रेनिंग दी जाती थी कि कई महिलाओं की माहवारी तक रुक जाती थी।

ली अब नॉर्थ कोरिया में नहीं रहतीं, लेकिन जब भी नॉर्थ कोरिया की बात होती है तो उन्हें अपने दर्दनाक दिनों की याद आ जाती है। हाल ही में बीबीसी को दिए इंटरव्यू में ली ने बताया कि उन्होंने जॉब के दौरान करीब 10 साल तक का समय ऐसे कमरे में गुजारा, जहां उनके साथ दो दर्जन से अधिक महिलाएं भी रहती थीं।

ली बताती हैं कि कमरे में इनके सोने के लिए चटाई होती होती थी, जो चावल के भूसे से बनी होती थी। इसलिए पसीने की बदबू बिस्तर में भी चली जाती थी। इससे पूरा कमरा बदबूदार हो जाता था।

ली बताती हैं कि उनके पिता यहां की यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और परिवार के अधिकतर लोग सैनिक थे।

पानी की व्यवस्था करने के लिए पहाड़ के झरनों से एक पाइप जोड़ दिया जाता था। इसके जरिए पानी आता था, लेकिन पाइप के जरिए अक्सर सांप और अन्य कीड़े-मकोड़े तक आ जाते थे।

1990 के दशक में देश में भीषण अकाल की स्थिति पैदा हो गई। लोग भूखों मरने पर मजबूर हो गए। इसके चलते वे हजारों महिलाओं के साथ सेना में शामिल हो गईं।

 

नेशनल

पीएम मोदी पर लिखी किताब के प्रचार के लिए स्मृति ईरानी चार देशों की यात्रा पर

Published

on

Loading

नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एक नवीनतम पुस्तक ‘मोडायलॉग – कन्वर्सेशन्स फॉर ए विकसित भारत’ के प्रचार के लिए चार देशों की यात्रा पर रवाना हो गई हैं। यह दौरा 20 नवंबर को शुरू हुआ और इसका उद्देश्य ईरानी को मध्य पूर्व, ओमान और ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों से जोड़ना है।

स्मृति ईरानी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि,

एक बार फिर से आगे बढ़ते हुए, 4 देशों की रोमांचक पुस्तक यात्रा पर निकल पड़े हैं! 🇮🇳 जीवंत भारतीय प्रवासियों से जुड़ने, भारत की अपार संभावनाओं का जश्न मनाने और सार्थक बातचीत में शामिल होने के लिए उत्सुक हूँ। यह यात्रा सिर्फ़ एक किताब के बारे में नहीं है; यह कहानी कहने, विरासत और आकांक्षाओं के बारे में है जो हमें एकजुट करती हैं। बने रहिए क्योंकि मैं आप सभी के साथ इस अविश्वसनीय साहसिक यात्रा की झलकियाँ साझा करता हूँ

कुवैत, दुबई, ओमान और ब्रिटेन जाएंगी स्मृति ईरानी

डॉ. अश्विन फर्नांडिस द्वारा लिखित यह पुस्तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शासन दर्शन पर प्रकाश डालती है तथा विकसित भारत के लिए उनके दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करती है। कार्यक्रम के अनुसार ईरानी अपनी यात्रा के पहले चरण में कुवैत, दुबई, फिर ओमान और अंत में ब्रिटेन जाएंगी।

Continue Reading

Trending