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समुद्र में उतरा स्वदेशी विध्वंसक युद्धपोत आईएनएस विशाखापत्तनम

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मुंबई। भारतीय नौसेना ने अपने नए व अब तक के सबसे बड़े विध्वंसक युद्धपोत ‘विशाखापट्टनम’ का सोमवार को एक समारोह के तहत जलावतरण किया, जो परमाणु, जैविक व रासायनिक हमलों के हालात में भी काम करने में सक्षम है। नौसेना प्रमुख सीके धवन की पत्नी मीनू धवन ने नौसेना, रक्षा विभाग के शीर्ष अधिकारियों और असैन्य अधिकारियों की मौजूदगी में इस युद्धपोत का जलावतरण किया।

कोलकाता क्लास पी-15बी परियोजना के तहत 163 मीटर लंबा व 7,300 टन वजनी यह पोत स्वदेश निर्मित है और भारतीय नौसेना की ताकत में उल्लेखनीय इजाफा करेगा। यह साल 2018 में भारतीय नौसेना में औपचारिक तौर पर शामिल किया जाएगा। एक अधिकारी के मुताबिक, कोलकाता श्रेणी के पास पूर्ण वातावरण नियंत्रण प्रणाली (टीएसी) नहीं थी, जबकि विशाखापत्तनम में यह मौजूद है। टीएसी प्रणाली किसी भी तरह के परमाणु, रासायनिक या जैविक हमले के माहौल में अपनी कार्रवाई को अंजाम देने में सक्षम है।

विशाखापत्तनम कई स्वदेशी हथियार प्रणाली से सुसज्जित है और इसमें एक इजरायली मल्टी फंक्शन सर्विलांस थ्रेट अलर्ट राडार (एमएफ-एसटीएआर) लगा है, जो सतह से हवा में लंबी दूरी तक मार करने वाली बराक 8 श्रेणी की 32 मिसाइलों को निशाने की समस्त सूचनाएं प्रदान करेगा। इसके अलावा, विशाखापत्तनम आठ ब्रह्मोस मिसाइल, 127 मिलीमीटर की एक बंदूक, 30 मिलीमीटर की चार रैपिड फायर बंदूकों से सुसज्जित है। यह 30 नॉट्स से अधिक रफ्तार से चल सकता है।

इस पोत में 250 नाविक, 50 अधिकारी आ सकते हैं। यह भारतीय नौसेना के डायरेक्टॉरेट ऑफ नेवल डिजाइन द्वारा डिजाइन किया गया है। विशाखापत्तनम का निर्माण मझगांव डॉक्स लिमिटेड द्वारा किया गया है, जो युद्ध पोत बनाने वाली भारत की महत्वपूर्ण गोदी है। यहां चार अन्य युद्ध पोत तथा छह पनडुब्बियों का निर्माण हो रहा है।

नेशनल

पीएम मोदी पर लिखी किताब के प्रचार के लिए स्मृति ईरानी चार देशों की यात्रा पर

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नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एक नवीनतम पुस्तक ‘मोडायलॉग – कन्वर्सेशन्स फॉर ए विकसित भारत’ के प्रचार के लिए चार देशों की यात्रा पर रवाना हो गई हैं। यह दौरा 20 नवंबर को शुरू हुआ और इसका उद्देश्य ईरानी को मध्य पूर्व, ओमान और ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों से जोड़ना है।

स्मृति ईरानी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि,

एक बार फिर से आगे बढ़ते हुए, 4 देशों की रोमांचक पुस्तक यात्रा पर निकल पड़े हैं! 🇮🇳 जीवंत भारतीय प्रवासियों से जुड़ने, भारत की अपार संभावनाओं का जश्न मनाने और सार्थक बातचीत में शामिल होने के लिए उत्सुक हूँ। यह यात्रा सिर्फ़ एक किताब के बारे में नहीं है; यह कहानी कहने, विरासत और आकांक्षाओं के बारे में है जो हमें एकजुट करती हैं। बने रहिए क्योंकि मैं आप सभी के साथ इस अविश्वसनीय साहसिक यात्रा की झलकियाँ साझा करता हूँ

कुवैत, दुबई, ओमान और ब्रिटेन जाएंगी स्मृति ईरानी

डॉ. अश्विन फर्नांडिस द्वारा लिखित यह पुस्तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शासन दर्शन पर प्रकाश डालती है तथा विकसित भारत के लिए उनके दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करती है। कार्यक्रम के अनुसार ईरानी अपनी यात्रा के पहले चरण में कुवैत, दुबई, फिर ओमान और अंत में ब्रिटेन जाएंगी।

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