Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

हेल्थ

सर्दियों में दिल का रखें खास ख्याल

Published

on

Loading

नई दिल्ली। तेजी से करवट लेता मौसम कई लोगों के लिए राहत तो उम्रदराज लोगों और बच्चों के साथ-साथ उन लोगों के लिए स्वास्थ्य की समस्याएं भी लेकर आता है। सर्दियों के मौसम का पूरा मजा लेने के लिए उचित ध्यान रखना आवश्यक है। यह माना हुआ तथ्य है कि दिल के दौरे, कार्डियक अरेस्ट और दिमाग के दौरे से काफी सारी मौतें सर्दियों में होती हैं।

सर्दियों में दिन छोटा हो जाने से शरीर के हार्मोन्स के संतुलन पर असर पड़ता है और विटामिन डी की कमी हो जाती है जिससे दिल का दौरा पड़ने की संभावना बन जाती है। ठंड की वजह से दिल की धमनियां सिकुड़ जाती है जिस वजह से रक्त और ऑक्सीजन का दिल की ओर बहाव कम हो जाता है। इससे रक्तचाप बढ़ जाता है।

ठंडा मौसम तनाव को भी बढ़ावा देता है, खास कर उम्रदराज लोगों में तनाव और हाइपरटेंशन बढ़ जाता है। सर्दियों के अवसाद से ग्रस्त लोगों को अत्यधिक चीनी, ट्रांस फैट और सोडियम वाले भोजन खाते देखा गया है जो मधुमेह और उच्च रक्तचाप के मरीजों के लिए खतरनाक हो सकता है। तापमान कम होने से खून के थक्के जमना भी बढ़ जाता है, क्योंकि ब्लड प्लेटलेट्स ज्यादा सक्रिय और चिपचिपे हो जाते हैं।

हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष पद्मश्री डॉ के.के. अग्रवाल का कहना है, “सर्दियों में होने वाले दिल के रोगों की गंभीर समस्याओं को अपनी आदतों में बदलाव करके आसानी से रोका और संभाला जा सकता है। दिल के मरीजों को सलाह दी जाती है कि वह सर्दियों में अत्यधिक शराब न पिएं क्योंकि यह अर्टियल फिब्रलेशन पैदा करता है। दिल के लिए सेहतमंद आहार लेना चाहिए और ज्यादा खाने से बचना चाहिए। छोटे और थोड़-थोड़ी देर बाद आहार लेने की सलाह दी जाती है। इस तरह ज्यादा खाने से बचाव हो जाता है और दिल पर दबाव भी कम पड़ता है।”

इन बातों का रखें ध्यान :

* दिल पर दबाव ना डालें, नियमित तौर पर धूप में जाएं और उचित व्यायाम करें।

* अत्यधिक व्यायाम मत करें क्योंकि ज्यादा थकान दिल पर दबाव डाल सकती है। थोड़ा-थोड़ा आराम करते रहें ताकि चलते वक्त अचानक थकान महसूस न हो।

* अत्यधिक ठंडे मौसम में सैर करने न जाएं, बल्कि सूर्य निकलने के बाद सैर करने जाएं।

* अपने कॉलेस्ट्रॉल का ध्यान रखें, क्योंकि सर्दियों में यह असंतुलित हो सकता है। कुछ भी अजीब होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, क्योंकि ज्यादा कॉलेस्ट्रॉल से दिल के दौरे का खतरा बढ़ जाता है।

* हाईपोथर्मिया ऐसी समस्या है जो सर्दियों में सभी दिल के मरीजों को हो जाती है। इसके खतरे से बचने के लिए आम खुद को गर्म रखें।

* सीने में हल्की सी भी बेचैनी, पसीना, जबड़े, गर्दन, बाजू और कंधों में दर्द, सांस का टूटना बिल्कुल नजरअंदाज ना करें। इन लक्ष्णों के नजर आने पर तुंरत मेडिकल सहायता लें।

* बचाव इलाज से हमेशा बेहतर होता है। थोड़ी सी सावधानी रख कर छुट्टियों के महीने मजे से और सेहतमंद दिल के साथ बिताए जा सकते हैं।

Continue Reading

हेल्थ

दिल्ली में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी

Published

on

Loading

नई दिल्ली। दिल्ली में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी का क्रम लगातार जारी है. अस्पतालों और नर्सिंग होम्स में अकेले डेंगू के मरीजों में भारी संख्या में इजाफे की सूचना है. दिल्ली नगर निगम के आंकड़ों के मुताबिक साल 2024 में डेंगू के अब तक 4533 मरीज सामने आए हैं. इनमें 472 मरीज नवंबर माह के भी शामिल हैं.

एमसीडी की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में इस साल अब तक मलेरिया के 728 और चिकनगुनिया के 172 केस दर्ज हुए हैं.

डेंगू एक गंभीर वायरल संक्रमण है, जो एडीज़ मच्छर के काटने से फैलता है। इसके होने से मरीज को शरीर में कमजोरी लगने लगती है और प्लेटलेट्स डाउन होने लगते हैं। एक आम इंसान के शरीर में 3 से 4 लाख प्लेटलेट्स होते हैं। डेंगू से ये प्लेटलेट्स गिरते हैं। डॉक्टरों का मानना है कि 10 हजार प्लेटलेट्स बचने पर मरीज बेचैन होने लगता है। ऐसे में लगातार मॉनीटरिंग जरूरी है।

डॉक्टरों के अनुसार, डेंगू के मरीज को विटामिन सी से भरपूर फल खिलाना सबसे लाभकारी माना जाता है। इस दौरान कीवी, नाशपाती और अन्य विटामिन सी से भरपूर फ्रूट्स खिलाने चाहिए। इसके अलावा मरीज को ज्यादा से ज्यादा लिक्विड डाइट देना चाहिए। इस दौरान मरीज को नारियल पानी भी पिलाना चाहिए। मरीज को ताजा घर का बना सूप और जूस दे सकते हैं।

Continue Reading

Trending