Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

लाइफ स्टाइल

सिर्फ 30 फीसदी लोग रोजाना करते हैं डिओडोरेंट का इस्तेमाल

Published

on

Loading

Using antiperspirant is a basis of hygieneनई दिल्ली। शरीर की दुर्गंध आपके लिए सामाजिक तौर पर बड़ी चुनौतियां खड़ी कर सकती है। इस बीच एक हालिया रिपोर्ट में सामने आया है कि सिर्फ 30 फीसदी लोग नियमित रूप से डिओडोरेंट का इस्तेमाल करते हैं, जबकि ज्यादातर लोग इसकी ऊंची कीमत की वजह से कभी-कभी इस्तेमाल करते हैं।

इस रिपोर्ट में कहा गया है, “करीब 30 फीसदी जवाब देने वालों ने कहा कि वह रोजाना डिओडोरेंट का इस्तेमाल करते हैं। जवाब देने वालों में 70 फीसद ने कहा कि डिओडोरेंट का इस्तेमाल कभी-कभी करते हैं और इसके लिए बाजार में इस उत्पाद की कीमत को जिम्मेदार ठहराया।”

रिपोर्ट में कहा गया, “बड़ी संख्या में उत्तरदाताओं ने कहा कि वे डिओडोरेंट उत्पादों का इस्तेमाल नियमित रूप से करेंगे यदि ये उत्पाद मौजूदा कीमत से सस्ते होंगे।” सिंथोल डियोस्टिक ने एसी निल्सन के सहयोग से ‘भारत में डिओडोरेंट के इस्तेमाल’ रिपोर्ट को जारी किया।

इसमें उत्तर, पश्चिम और दक्षिण भारत से युवा पुरुष और महिलाओं ने शरीर की गंध और डिओडोरेंट के इस्तेमाल पर अपने विचार सर्वेक्षण में रखे। करीब 87 फीसद उत्तरदाताओं का मानना है कि उनका सामाजिक विश्वास उनके व्यक्तिगत प्रस्तुति से जुड़ा हुआ है। करीब 51 फीसदी लोगों ने सर्वेक्षण में कहा कि वह डिओडोरेंट के बारे में जानते हैं, लेकिन अधिक मूल्य के कारण खरीद नहीं सकते।

Continue Reading

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending