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बिजनेस

स्पेक्ट्रम नीलामी पूरी होने के बाद दूरसंचार शेयर चढ़े

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दूरसंचार स्पेक्ट्रम नीलामी पूरी होने के एक दिन बाद गुरुवार को भारतीय शेयर बाजारों में दोपहर के कारोबार में प्रमुख दूरसंचार कंपनियों के शेयरों में तेजी दर्ज की गई। बंबई स्टॉक एक्सचेंज में दोपहर करीब 1.45 बजे भारती एयरटेल के शेयर 1.19 फीसदी तेजी के साथ 399.55 रुपये पर कारोबार करते देखे गए।
टाटा कम्युनिकेशंस के शेयर 0.60 फीसदी गिरावट के साथ 403.90 पर कारोबार करते देखे गए।

आईडिया सेल्युलर के शेयर 2.05 फीसदी तेजी के साथ 176.95 रुपये पर कारोबार करते देखे गए।
रिलायंस कम्युनिकेशंस के शेयर 0.49 फीसदी गिरावट के साथ 60.85 रुपये पर कारोबार करते देखे गए।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर 0.65 फीसदी गिरावट के साथ 839.25 पर कारोबार करते देखे गए। रिलायंस इंडस्ट्रीज की दूरसंचार कंपनी रिलायंस जियो ने भी स्पेक्ट्रम नीलामी में हिस्सा लिया है।

बुधवार को 19 दिनों में 115 चरण की जोरदार बोली के साथ दूरसंचार कंपनियों ने स्पेक्ट्रम के लिए कुल 1,09,874 करोड़ रुपये की प्रतिबद्धता जताई है।

यह अब तक का सर्वाधिक है। इससे पहले 2010 में हुई स्पेक्ट्रम नीलामी से कुल 1,06,200 करोड़ रुपये हासिल हुए थे।

स्पेक्ट्रम के लिए आठ कंपनियों ने बोली लगाई, जिनमें शामिल हैं : रिलायंस कम्युनिकेशंस, रिलायंस जियो, भारती एयरटेल, वोडाफोन इंडिया, टाटा टेलीसर्विसिस, यूनीनॉर, आईडिया सेल्युलर और एयरसेल।

नीलामी में 69 सेवा क्षेत्र 80,277 करोड़ रुपये के आधार मूल्य के साथ पेश किए गए थे। इनमें से अस्थायी आवंटन की घोषणा 63 के लिए 1,09,874.91 करोड़ रुपये में की गई है। 50 सेवा क्षेत्र में बोली प्रीमियम में लगी।

 

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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