Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

हिम्मत हो तो सामने आकर गोरखालैंड आंदोलन का नेतृत्व करें गुरंग : तमांग

Published

on

Loading

दार्जिलिंग, 3 सितम्बर (आईएएनएस)| गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के नेतृत्व पर भ्रष्टाचार और अपने खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाते हुए पार्टी से निकाले गए बिनय तमांग ने रविवार को जीजेएम के अध्यक्ष बिमल गुरुंग को चुनौती दी कि यदि उनमें हिम्मत हो तो वे सामने आकर आंदोलन का नेतृत्व करें।

तमांग ने यहां एक मीडियाकर्मियों से कहा, अगर गुरुं ग जी और पार्टी के महासचिव रोशन गिरि सच्चे गोरखा नेता हैं, तो मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि वह दार्जिलिंग में ग्राउंड जीरो पर आकर सामने से गोरखा आंदोलन का नेतृत्व करें। एक सच्चा नेता कभी भी छिपकर अपने अनुयायियों की जिंदगी को खतरे में नहीं डालता है।

पार्टी से अलग किए जाने के प्रश्न पर पूर्व सहायक महासचिव ने कहा कि न कभी उन्हें किसी प्रकार का कारण बताओ नोटिस जारी किया गया और न ही निकालने के बारे में कोई आधिकारिक पत्र मिला। जिसके कारण वह अपने आप को पार्टी का एक अभिन्न अंग मानते हैं।

तमांग ने आगे कहा, कानून के मुताबिक जीजेएम जैसे एक पंजीकृत राजनीतिक दल अगर किसी को निकालना चाहते हैं तो उन्हें एक कारण बताओ नोटिस और एक निष्कासन पत्र भेजना होगा। मुझे अभी तक कोई पत्र नहीं मिला है।

उन्होंने कहा, जिस बैठक में मुझे पार्टी से निकालने का निर्णय लिया गया, वहां पार्टी के केवल छह नेता मौजूद थे। मैं अभी भी जीजेएम का मुख्य समन्वयक हूं और सही समय आने पर मैं केंद्रीय समिति से अपनी स्थिति पर बात करूंगा।

तमांग ने जीजेएम पर आरोप लगाया है कि उनकी हत्या करवाने के लिए जीजेएम ने नेपाल के दो शूटरों को भर्ती किया है और उनके परिवार की जान खतरे में है।

उन्होंने जीजेएम नेतृत्व पर झूठा प्रचार करने का भी आरोप लगाया है।

तमांग ने कहा, वे कह रहे हैं कि 90 दिनों के अनिश्चितकालीन बंद के बाद दार्जिलिंग में राष्ट्रपति शासन लगाया जाएगा और छह महीनों के भीतर अलग गोरखालैंड की मांग पूरी होगी। हालांकि यह सिर्फ एक प्रचार भर है। यह कही नहीं लिखा है कि क्षेत्र में 90 दिनों के बंद के बाद राष्ट्रपति शासन लागू हो सकता है।

दार्जिलिंग में अनिश्चित बंद, रविवार को 81 वें दिन भी जारी रहा।

तमांग ने 29 अगस्त को हुई सर्वपक्षीय बैठक में पांच सदस्यीय जीजेएम प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया था। दार्जिलिंग वापस आने के बाद उन्होंने यह घोषणा की कि 12 सितंबर को होने वाले सम्मेलन तक 12 दिनों के लिए यह अनिश्चितकालीन बंद खत्म कर दिया गया है।

हालांकि, जीजेएम के नेतृत्व ने इसका विरोध किया और बिनय तमांग को एक गद्दार कह कर पार्टी से निकाल दिया।

Continue Reading

नेशनल

पीएम मोदी पर लिखी किताब के प्रचार के लिए स्मृति ईरानी चार देशों की यात्रा पर

Published

on

Loading

नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एक नवीनतम पुस्तक ‘मोडायलॉग – कन्वर्सेशन्स फॉर ए विकसित भारत’ के प्रचार के लिए चार देशों की यात्रा पर रवाना हो गई हैं। यह दौरा 20 नवंबर को शुरू हुआ और इसका उद्देश्य ईरानी को मध्य पूर्व, ओमान और ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों से जोड़ना है।

स्मृति ईरानी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि,

एक बार फिर से आगे बढ़ते हुए, 4 देशों की रोमांचक पुस्तक यात्रा पर निकल पड़े हैं! 🇮🇳 जीवंत भारतीय प्रवासियों से जुड़ने, भारत की अपार संभावनाओं का जश्न मनाने और सार्थक बातचीत में शामिल होने के लिए उत्सुक हूँ। यह यात्रा सिर्फ़ एक किताब के बारे में नहीं है; यह कहानी कहने, विरासत और आकांक्षाओं के बारे में है जो हमें एकजुट करती हैं। बने रहिए क्योंकि मैं आप सभी के साथ इस अविश्वसनीय साहसिक यात्रा की झलकियाँ साझा करता हूँ

कुवैत, दुबई, ओमान और ब्रिटेन जाएंगी स्मृति ईरानी

डॉ. अश्विन फर्नांडिस द्वारा लिखित यह पुस्तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शासन दर्शन पर प्रकाश डालती है तथा विकसित भारत के लिए उनके दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करती है। कार्यक्रम के अनुसार ईरानी अपनी यात्रा के पहले चरण में कुवैत, दुबई, फिर ओमान और अंत में ब्रिटेन जाएंगी।

Continue Reading

Trending