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3000 कश्मीरी पंडितों को मिलेगी नौकरी

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श्रीनगर| कश्मीर घाटी लौटने वाले अतिरिक्त 3,000 कश्मीरी पंडितों को नौकरी दी जाएगी, जहां लगभग 2,000 ऐसे शरणार्थी युवा पहले से ही नौकरी कर रहे हैं। सरकार ने शनिवार को इसकी पुष्टि की। राहत और पुनर्वास मंत्री सैयद बशारत बुखारी ने शनिवार को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान कहा, “राज्य सरकार विस्थापित पंडितों की पूरे सम्मान के साथ घाटी में वापसी सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।”

बुखारी ने कहा, “विश्वास बहाली कदम के रूप में 3,000 वैकल्पिक पद सृजित किए गए हैं और अबतक 1,963 विस्थापित युवकों को घाटी में विभिन्न विभागों में काम करने के लिए चुना जा चुका है।”

मंत्री ने कहा कि इन कर्मचारियों को फिलहाल साझा रूप से रहने के लिए 505 आवास आवंटित किए गए हैं।

बुखारी ने कहा, “राज्य सरकार ने केंद्र सरकार के वित्त पोषण से कश्मीरी पंडितों की वापसी और पुनर्वास के लिए प्रधानमंत्री पैकेज के तहत शेष 3,000 पद सृजित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।”

बुखारी ने कहा कि अविश्वास दूर करने और राज्य में विभिन्न समुदायों के बीच विश्वास कायम करने की दिशा में कई कदम उठाए गए हैं।

राज्य में 1990 के दशक में अलगाववादी उग्रवाद भड़कने के बाद कम से कम 40,000 कश्मीरी पंडितों के परिवार जम्मू और अन्य जगहों पर पलायन कर गए थे।

राज्य सरकार ने कहा कि शरणार्थी शिविरों में रहने वाले कश्मीरी पंडितों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं शुरू की गई हैं।

सरकार ने कहा कि विभिन्न शिविरों में मकुफ्त दवाओं के साथ पांच स्वास्थ्य केंद्र चलाए जा रहे हैं और यहां चार एंबुलेंस भी मुहैया कराए गए हैं। शीघ्र ही जगती शिविर में जल्द ही 40 बिस्तरों का एक अस्पताल भी बनाया जाएगा। इन शिविरों में पांच स्कूल भी चलाए जा रहे हैं, जिनमें चार उच्चतर माध्यमिक और एक माध्यमिक स्कूल है।

सरकार ने कहा कि कश्मीरी विस्थापितों के लिए व्यवसायिक कॉलेजों में कई सीटें आरक्षित की गई हैं।

कश्मीर घाटी में अब भी लगभग 3,500 पंडित रह रहे हैं, जो हिंसा के बाद भी घाटी छोड़कर नहीं गए।

 

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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