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बिजनेस

700 अरब डॉलर पूंजीकरण वाली एप्पल पहली कंपनी

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सैन फ्रांसिस्को| प्रतिष्ठित प्रौद्योगिकी कंपनी एप्पल का शेयर भाव 122 डॉलर से अधिक पर बंद हुआ, जिससे वह 700 अरब डॉलर बाजार पूंजीकरण को पार करने वाली पहली कंपनी बन गई। कैलिफोर्निया के क्यूपर्टिनो की कंपनी का बाजार पूंजीकरण पहले भी 700 अरब डॉलर पार कर चुका है, लेकिन पहली बार मंगलवार को बाजार के बंद होने के बाद भी यह इस सीमा से ऊपर बना रहा।

वालस्ट्रीट में बाजार बंद होने के बाद कंपनी का बाजार पूंजीकरण 710.7 अरब डॉलर रहा।

किसी कंपनी का बाजार पूंजीकरण वह मूल्य होता है, जो एक शेयर की कीमत और कंपनी के कुल शेयरों की संख्या को गुणा करने पर प्राप्त होता है। यह कंपनी का बाजार मूल्य भी माना जाता है।

एसएंडपी की 500 कंपनियों की सूची में एप्पल का मूल्य उसके बाद आने वाली तीन सबसे बड़ी कंपनियों से करीब दो गुना है।

दूसरी सबसे बड़ी कंपनी एक्सोन मोबिल का मूल्य 385 अरब डॉलर, बर्कशायर हैथवे का मूल्य 370 अरब डॉलर और माइक्रोसॉफ्ट का मूल्य 349 अरब डॉलर है।

एप्पल ने 600 अरब डॉलर बाजार पूंजीकरण सीमा अगस्त 2012 में पार की थी।

विश्लेषकों के मुताबिक एप्पल के शेयरों का मूल्य और बढ़ने वाला है।

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18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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