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प्रादेशिक

मसूरी इन्टरनेशनल स्कूल ने किया अर्थ आवर का आयोजन

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मसूरी इन्टरनेशनल स्कूल, अर्थ आवर का आयोजन, जलवायु परिवर्तन के बारे में जागरुकता, अर्थ आवर का आयोजन हर साल 19 मार्च को

देहरादून/मसूरी। मसूरी इन्टरनेशनल स्कूल ने जलवायु परिवर्तन के बारे में जागरुकता पैदा करने के लिए अन्तरराष्ट्रीय संस्था डब्ल्यूडब्ल्यूएफ द्वारा पेश की गई विश्वस्तरीय पहल- अर्थ आवर का आयोजन किया। वर्ल्‍ड वाइल्डलाईफ फण्ड (डब्ल्यूडब्ल्यूएफ) द्वारा शुरू की गई इस पहल अर्थ आवर का आयोजन हर साल 19 मार्च को किया जाता है। इस दिन संगठन और लोग आगे बढ़कर एक बेहतर कल के लिए ऊर्जा के संरक्षण की शपथ लेते हैं।

एक प्रतीकात्मक कार्रवाई के रूप में शाम साढ़े आठ बजे से साढ़े नौ बजे अर्थात एक घण्टे के लिए लाईटें बंद कर दी गईं। मसूरी इन्टरनेशनल स्कूल ने इस नेक कार्य के लिए अपने विद्यार्थियों को डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के साथ जोड़ा है। कार्यक्रम के तहत मसूरी इन्टरनेशनल स्कूल के विद्यार्थियों ने एक पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में हिस्सा लिया, जिसमें ऊर्जा संरक्षण की शपथ लेने के लिए उनके दोस्तों, अभिभावकों एवं सार्वजनिक अधिकारियों को भी शामिल किया गया। हमारी मौजूदा गतिविधियों के चलते हमारे ग्रह पर पड़ वाले भावी प्रभावों के बारे में स्थानीय समुदाय को जागरुक बनाने के लिए विद्यार्थियों ने विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया।

अर्थ आवर के बारे में अपने विचार अभिव्यक्त करते हुए एमआईएस की प्रिंसिपल मिस प्रिया पीटर ने कहा, ‘‘एक विश्वस्तरीय नागरिक के रूप में हमारे ग्रह को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने की जि़म्मेदारी हमारे कंधों पर है। इस दिशा में एक छोटा सा प्रयास भी मायने रखता है और बड़ा बदलाव ला सकता है। विद्यार्थी हमारे देश का भविष्य हैं और एमआईएस में हम चाहते हैं कि हमारे विद्यार्थी इस नेक कार्य में सक्रियता से योगदान दें। आने वाले समय में वे इस धरती के संरक्षक होंगे। तो कल का इंतज़ार क्यों? आइए आज से ही शुरूआत करें।’’ स्कूल के द्वारा किए गए इन प्रयासों की अभिभावकों एवं अन्य स्थानीय लोगों के द्वारा सराहना की गई।

 

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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