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बिजनेस

डॉलर में मजबूती

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Stronger dollar

न्यूयार्क| अमेरिकी मुद्रा डॉलर में मजबूती दर्ज की गई। केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के अनेक अधिकारियों द्वारा अगले महीने अप्रैल में ही ब्याज दर बढ़ाए जाने का संकेत दिए जाने के बाद यह मजबूती आई। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, न्यूयार्क में बुधवार शाम के कारोबार में यूरो 1.1212 डॉलर से घटकर 1.1184 डॉलर पर और पाउंड 1.4201 डॉलर से घटकर 1.4115 पर आ गया।

आस्ट्रेलियाई डॉलर 0.7615 डॉलर से कमजोर होकर 0.7528 डॉलर का हो गया।

येन प्रति डॉलर 112.41 पर बरकरार रहा। स्विस फ्रैंक प्रति डॉलर 0.9730 के मुकाबले कमजोर होकर 0.9749 पर बंद हुआ।

कनाडियन डॉलर भी डॉलर के मुकाबले कमजोर होकर 1.3047 की जगह 1.3206 पर बंद हुआ।

सैंट लूइस फेडरल रिजर्व बैंक के अध्यक्ष जेम्स बुलार्ड ने बुधवार को कहा कि केंद्रीय बैंक के नीति निर्माताओं को अप्रैल की बैठक में दर बढ़ाने पर विचार करना चाहिए। फिलाडेल्फिया फेड अध्यक्ष पैट्रिक हार्कर ने भी मंगलवार को कहा था कि वे ब्याज दर में अधिक तेजी से वृद्धि चाहेंगे।

प्रमुख छह मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की शक्ति दर्शाने वाला डॉलर इंडेक्स 0.43 फीसदी मजबूत होकर 96.057 पर बंद हुआ।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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