Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

अर्जेटीना में हजारों साल पुरानी चीनी चिकित्सा पद्धति का इस्तेमाल

Published

on

अर्जेटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स, हजारों साल पुरानी चीनी चिकित्सा पद्धति, अल्माग्रो जिले, स्कूल ऑफ नेचुरोपैथी एंड ट्रेडिशनल चाइनीज मेडिसिन, ओरलेंडो गेलाडरे

Loading

 

अर्जेटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स, हजारों साल पुरानी चीनी चिकित्सा पद्धति, अल्माग्रो जिले, स्कूल ऑफ नेचुरोपैथी एंड ट्रेडिशनल चाइनीज मेडिसिन, ओरलेंडो गेलाडरे

old chinese health system

ब्यूनस आयर्स। अर्जेंटीना की राजधानी में हजारों साल पुरानी पारंपरिक चीनी चिकित्सा पद्धति संरक्षित है, जहां एक स्थानीय स्कूल में इसे पढ़ाया जाता है। अल्माग्रो जिले में स्थित स्कूल ऑफ नेचुरोपैथी एंड ट्रेडिशनल चाइनीज मेडिसिन के निदेशक ओरलेंडो गेलाडरे ने शनिवार को कहा, “पारंपरिक चीनी दवाएं हजारों साल पुरानी चिकित्सा पद्धति है और हमने इनका संरक्षण सीखने के उद्देश्य से किया है।” उन्होंने बताया कि इस स्कूल में पारंपरिक चीनी चिकित्सा पद्धति के पेशेवर तैयार किए जाते हैं।

यह स्कूल पारंपरिक चीनी चिकित्सा कार्यक्रम के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन की सिफारिशों का पालन करता है, जिसमें एक्यूपंक्च र, पल्स डायग्नॉस, मसाज, एक्यूप्रेशर, मोक्सीबस्टन और फाइटोथेरेपी शामिल है। यह स्कूल एनाटॉमी, साइकोलॉजी, बायलॉजी, न्यूट्रिशन एंड पैथोलॉजी, फिजियोलॉजी और रोगियों के साथ संवाद, नैतिकता और देखभाल आदि का प्रशिक्षण भी देता है। ओरलेंडो का कहना है कि पारंपरिक चीनी चिकित्सा पद्धति न केवल स्वास्थ्य बेहतर रखती है बल्कि आतंरिक सद्भाव बनाए रखने में भी मददगार है।

Continue Reading

IANS News

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी पैसेंजर वैन पर आतंकी हमला, 50 की मौत

Published

on

Loading

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी एक पैसेंजर वैन पर हुए आतंकी हमले में 50 करीब लोगों की मौत हो गई। ये घटना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले की है। पाकिस्तान की उत्तर-पश्चिमी सीमा पर लगे अफगानिस्तान के साथ पाराचिनार जिले में अक्सर हिंसा का अनुभव होता रहता है। इसके सुन्नी और शिया मुस्लिम समुदाय जमीन और सत्ता पर काबिज हैं।

इस क्षेत्र के शिया अल्पसंख्यक हैं, उन्हें 241 मिलियन की आबादी वाला मुख्य रूप से सुन्नी मुस्लिम राष्ट्र भी कहा जाता है। स्थानीय पुलिस अधिकारी अजमत अली का इस मामले में बयान सामने आया है, उन्होंने बताया कि कुछ गाड़ियां एक काफिले में पाराचिनार शहर से खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर की ओर जा रही थी।

इस दौरान बीच रास्ते में काफिले पर हमला हो गया। प्रांतीय मंत्री आफताब आलम ने कहा है कि अधिकारी हमले में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं। साथ ही गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने गोलीबारी को आतंकवादी हमला बताया। वहीं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने हमले की निंदा की और कहा कि निर्दोष नागरिकों की हत्या के पीछे के लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।

Continue Reading

Trending