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अन्तर्राष्ट्रीय

फालुजा संघर्ष की वजह से 624 परिवारों ने छोड़ा शहर : संयुक्त राष्ट्र

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संयुक्त राष्ट्र । इराक के फालुजा शहर में सुरक्षा बल पिछले एक सप्ताह से अधिक समय से आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) को बाहर खदेड़ने के हिंसक अभियान पर डटे हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र की ओर से मंगलवार को कहा गया कि इस दौरान करीब 3,700 लोग या 624 परिवार फालुजा से पलायन कर गए। समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, मानवीय हितों की रक्षा में लगे अधिकारियों ने यह भी कहा है कि वे नागरिक आतंकवादियों द्वारा उन्हें अपना ‘रक्षा कवच’ बनाए जाने के डर से शहर छोड़ गए।

अधिकारियों द्वारा उपलब्ध कराए गए आकड़ों के मुताबिक, उक्त लोगों में से 1,300 अमेरियत अल-फालुजा जिले के अल-इराक शिविर में रह रहे हैं, जहां ऑफिस ऑफ द यूएन हाई कमीशनर फॉर रिफ्यूजी (यूएनएचसीआर) सहायता उपलब्ध कराने के लिए काम कर रहा है। बाकी लोग जिले में लगाए गए कई सरकारी शिविरों या अपने परिचितों के यहां रह रहे हैं।

संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने कहा कि इराकी सुरक्षाबल परिवारों को शहर से बाहर निकालने में मदद कर रहे हैं और जो लोग शहर छोड़ना चाहते हैं, उन्हें सूचना उपलब्ध कराने के लिए एक हॉटलाइन स्थापित की है। इराक के लिए यूएन मानवीय समन्वयक ने मंगलवार को बताया कि करीब 50,000 लोग इराकी शहर फालुजा में फंसे हुए हैं, जिन्हें आतंकवादी संगठन द्वारा ‘मानवीय ढाल’ बनाए जाने का खतरा है। इस आतंकवादी संगठन को ‘डैश’ नाम से भी जाना जाता है।

IANS News

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी पैसेंजर वैन पर आतंकी हमला, 50 की मौत

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी एक पैसेंजर वैन पर हुए आतंकी हमले में 50 करीब लोगों की मौत हो गई। ये घटना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले की है। पाकिस्तान की उत्तर-पश्चिमी सीमा पर लगे अफगानिस्तान के साथ पाराचिनार जिले में अक्सर हिंसा का अनुभव होता रहता है। इसके सुन्नी और शिया मुस्लिम समुदाय जमीन और सत्ता पर काबिज हैं।

इस क्षेत्र के शिया अल्पसंख्यक हैं, उन्हें 241 मिलियन की आबादी वाला मुख्य रूप से सुन्नी मुस्लिम राष्ट्र भी कहा जाता है। स्थानीय पुलिस अधिकारी अजमत अली का इस मामले में बयान सामने आया है, उन्होंने बताया कि कुछ गाड़ियां एक काफिले में पाराचिनार शहर से खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर की ओर जा रही थी।

इस दौरान बीच रास्ते में काफिले पर हमला हो गया। प्रांतीय मंत्री आफताब आलम ने कहा है कि अधिकारी हमले में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं। साथ ही गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने गोलीबारी को आतंकवादी हमला बताया। वहीं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने हमले की निंदा की और कहा कि निर्दोष नागरिकों की हत्या के पीछे के लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।

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