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उत्तराखंड

हवाई टिकट बुकिंग के नाम पर यात्रियों को ठगने वाला गिरफ्तार

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केदारनाथ के लिये हवाई टिकट, यात्रियों से लाखों रुपये की ठगी, आरोपी पुनीत बी रावल

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केदारनाथ के लिये हवाई टिकट, यात्रियों से लाखों रुपये की ठगी, आरोपी पुनीत बी रावल

Culprit Punit

गुजरात का रहने वाला है आरोपी पुनीत

रुद्रप्रयाग। केदारनाथ के लिये हवाई टिकट बुक कराने के नाम पर यात्रियों से लाखों रुपये की ठगी करने वाले एक आरोपी को पुलिस ने ऋषिकेश मुनिकीरेती से गिरफ्तार किया है। आरोपी पुनीत बी रावल गुजरात का रहने वाला है और केदारनाथ के दर्शन करने के लिये आया था। इस दौरान आरोपी केदारनाथ आने वाले यात्रियों को हवाई टिकट दिलाने के नाम पर अवैध ठगी के धंधे में लग गया। आरोपी को पकड़ने वाली पुलिस टीम को पुलिस अधीक्षक ने ढाई हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है।

केदारनाथ यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों को बना रहा था ठगी का शिकार

दरअसल, केदारनाथ के लिये गुप्तकाशी, नारायणधाम, शेरसी आदि स्थानांे से संचालित हो रही 13 हवाई कंपनियों के एजेंटों द्वारा यात्रियों से ठगी करने के मामले आ रहे थे। गुजरात का रहने वाला पुनीत बी रावल कुछ दिनों पहले केदारनाथ की यात्रा पर आया था। इस दौरान पुनीत ने गुजरात से आये यात्रियों से हेली टिकट बुकिंग कराने के नाम पर 97 हजार रुपये की ठगी की। ठगी करने के बाद आरोपी यहां से फरार हो गया था। जिसके बाद यात्रियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस तब से जांच में जुटी थी।

शुक्रवार को मध्य प्रदेश ग्वालियर से आई तीर्थ यात्री ज्योति गुप्ता पत्नी नरेश गुप्ता ने पुलिस चैकी फाटा में लिखित शिकायत दर्ज कराई कि सुधांशु नाम के व्यक्ति ने उनसे 45 हजार रुपये यह कहकर लिये कि वह एयरफोर्स का आदमी है और केदारनाथ जाने के लिये हवाई सेवा का टिकट बुक करा देगा। प्रात: साढ़े नौ बजे से दोपहर दो बजे तक यात्री उक्त व्यक्ति का इंतजार करते रहे, लेकिन दो बजे तक जब यह व्यक्ति नहीं पहुंचा तो उन्होंने उसके खिलाफ पुलिस चैकी फाटा में तहरीर दी। इस दौरान आरोपी का फोन भी बंद आया। जिसके बाद यात्रियों ने पुलिस को व्यक्ति की गाड़ी का नम्बर दिया। जिसके बाद पुलिस ने अन्य जनपदों की पुलिस से भी संपर्क किया और उसके मोबाइल नम्बर को सर्विलांस पर लगाया। जिसके बाद उक्त आरोपी को मुनि की रेती में पकड़ा गया और यहां से आरोपी को रुद्रप्रयाग लाया गया।

जांच में पता चला कि कुछ दिन पूर्व गुजरात से आये यात्रियों के साथ 97 हजार की ठगी करने वाला आरोपी भी यही था। पहली ठगी करने के बाद वह गुजरात चला गया था और कुछ दिन वहां रहने के बाद अपना नाम-पता और चेहरा बदलने के बाद दोबारा ठगी करने के लिये यहां आ गया था। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया है।यह भी पता चला है कि आरोपी का नाम पुनीत बी रावल पुत्र भूपत बी रावल निवासी कोठारीनगर सोसायटी मेघानी रोड़ सुरेन्द्र नगर गुजरात है। आरोपी पुनीत की माने तो वह पिछले आठ वर्षों से लगातार केदारनाथ यात्रा पर आ रहा है। इस बार उसकी पारिवारिक स्थिति खराब होने से उसने यात्रियों के साथ धोखाधड़ी की योजना बनाई।

वहीं पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा का कहना है कि पूर्व में गुजरात से आये यात्रियों से 97 हजार की ठगी करने वाला यही आरोपी है। यह नाम बदलकर दोबारा यहां आया था। पहली ठगी करने के बाद यह गुजरात चला गया था। जिसके बाद इसने अपना हुलिया बदल दिया और फिर से ठगी करने में लग गया था। उन्होंने यह भी बताया कि अभी तक कोई भी हेली कंपनी इस साजिश में शामिल नहीं है। आगे भी इसकी जांच की जा रही है। आरोपी किसी भी हेली कंपनी का एजेंट नहीं है।

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उत्तराखंड

शीतकाल की शुरू होते ही केदारनाथ धाम के कपाट बंद

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उत्तराखंड। केदारनाथ धाम में भाई दूज के अवसर पर श्रद्धालुओं के लिए शीतकाल का आगमन हो चुका है। बाबा केदार के कपाट रविवार सुबह 8.30 बजे विधि-विधान के साथ बंद कर दिए गए। इसके साथ ही इस साल चार धाम यात्रा ठहर जाएगी। ठंड के इस मौसम में श्रद्धालु अब अगले वर्ष की प्रतीक्षा करेंगे, जब कपाट फिर से खोलेंगे। मंदिर के पट बंद होने के बाद बाबा की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल की ओर रवाना हो गई है।इसके तहत बाबा केदार के ज्योतिर्लिंग को समाधिरूप देकर शीतकाल के लिए कपाट बंद किए गए। कपाट बंद होते ही बाबा केदार की चल उत्सव विग्रह डोली ने अपने शीतकालीन गद्दीस्थल, ओंकारेश्वर मंदिर, उखीमठ के लिए प्रस्थान किया।

बता दें कि हर साल शीतकाल की शुरू होते ही केदारनाथ धाम के कपाट बंद कर दिया जाते हैं. इसके बाद बाबा केदारनाथ की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के लिए रवाना होती है. अगले 6 महीने तक बाबा केदार की पूजा-अर्चना शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में ही होती है.

उत्तरकाशी ज़िले में स्थिति उत्तराखंड के चार धामों में से एक गंगोत्री में मां गंगा की पूजा होती है। यहीं से आगे गोमुख है, जहां से गंगा का उदगम है। सबसे पहले गंगोत्री के कपाट बंद हुए हैं। अब आज केदारनाथ के साथ-साथ यमुनोत्री के कपाट बंद होंगे। उसके बाद आखिर में बदरीनाथ धाम के कपाट बंद किए जाएंगे।

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