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बिजनेस

शेयर बाजार : मानसून की प्रगति, ब्रेक्सिट पर रहेगी नजर

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शेयर बाजार, मानसून की प्रगति, ब्रेक्सिट, विदेशी पोर्टफोलियो निवेश, घरेलू संस्थागत निवेश

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शेयर बाजार, मानसून की प्रगति, ब्रेक्सिट, विदेशी पोर्टफोलियो निवेश, घरेलू संस्थागत निवेश

bse

मुंबई| देश के शेयर बाजार में अगले सप्ताह निवेशकों की नजर मानसून की प्रगति और ब्रेक्सिट जनमत संग्रह पर टिकी रहेगी। इस दौरान शेयर बाजारों में निवेशकों की नजर वैश्विक बाजारों के रुझानों, प्रमुख आंकड़ों, विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (एफपीआई) और घरेलू संस्थागत निवेश (डीआईआई) के आंकड़ों तथा डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल व तेल कीमतों पर भी बनी रहेगी।

निवेशकों की नजर अगले सप्ताह मानसून की प्रगति पर बनी रहेगी। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की रपट के मुताबिक एक जून से 15 जून, 2016 तक देश में 43.6 मिलीमीटर बारिश हुई है। यह सामान्य स्तर 55.7 मिलीमीटर से 22 फीसदी कम है। आईएमडी ने आठ जून को केरल में मानसून के प्रवेश की घोषणा की है।

केरल में आगमन के साथ ही देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून सत्र की शुरुआत होती है। विभाग द्वारा जारी मानसून के अनुमान के मुताबिक जून-सितंबर के दौरान मानसूनी बारिश दीर्घावधि औसत की 106 फीसदी रहेगी। प्रचुर मानसूनी बारिश देश की कृषि के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है।

ब्रिटेन में 23 जून, 2016 को यूरोपीय संघ में बने रहने या इससे बाहर निकलने (ब्रेक्सिट) के प्रश्न पर जनमत संग्रह होगा। आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन (ओईसीडी) ने चेतावनी दी है कि यदि ब्रिटेन यूरोपीय संघ से निकलने का फैसला करेगा, तो पूरी दुनिया के शेयर बाजारों में गिरावट दर्ज की जाएगी। ओईसीडी ने कहा है कि ब्रेक्सिट के फैसले से ब्रिटेन, यूरोप के दूसरे देशों और पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्थाओं पर नकारात्मक असर होगा।

गुरुवार 23 जून को जून 2016 के लिए निक्के ई फ्लैश जापान पर्चेजिंग मैन्यूफैक्च रिंग इंडेक्स (पीएमआई) के आंकड़े जारी होंगे। फ्रांस, जर्मनी और यूरोपीय संघ के लिए भी मार्किट फ्लैश कंपोजिट पीएमआई के आंकड़े इसी दिन जारी होंगे।

अमेरिका में फेडरल रिजर्व की अध्यक्ष जेनेट येलेन सीनेट की बैंकिंग समिति के सामने मंगलवार 21 जून को अर्धवार्षिक बयान देंगी। बुधवार 22 जून को पुराने मकानों की बिक्री संबंधी आंकड़े जारी किए जाएंगे। मई महीने में नवनिर्मित मकानों की बिक्री संबंधी आंकड़ा गुरुवार 23 जून को जारी होगा।

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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