प्रादेशिक
किसानों और गरीबों के जीवन में बदलाव लाने का प्रयासः आदित्य यादव
फास्फेटिक उर्वरकों की दरों में भारी कमी
लखनऊ वर्तमान में बारिश के अच्छे संकेत मिलने से कृषकों में अधिक से अधिक फसल होने की उम्मीद जागी है। इस उम्मीद को प्रदेश सरकार ने और भी बेहतर करने का सकारात्मक कदम उठाया है।
सरकार फसलों की उत्पादकता को बढ़ावा देने में सक्षम
उल्लेखनीय है कि हाल ही में सहकारी क्षेत्र की सर्वोच्च संस्था इफ्को ने फास्फेटिक उर्वरकों की दरों में रुपया 1000 प्रति मैट्रिक टन की कमी की थी जिससे डीएपी की दरों में रुपये 1191 प्रति बैग की दर से घटकर रुपये 1141 प्रति बैग हो गई थी।
इसके अतिरिक्त आदित्य यादव अध्यक्ष, पीसीएफ एवं निदेशक, इफ्को एवं निदेशक, आईसीए ग्लोबल बोर्ड ने दिनांक 15 जुलाई, 2016 को डीएपी की दरों में रुपये 700 प्रति टन की और अधिक कमी करने की घोषणा की है जिसके कारण अब डीएपी की दर रुपये 1141 प्रति बैग से घटकर रुपये 1106 प्रति बैग हो गई है।
यह दर 15 जुलाई, 2016 से इफ्को फास्फेटिक उर्वरकों पर लागू है। कृषकों को लाभ पहुंचाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा सहकारी क्षेत्र के माध्यम से उठाया गया यह कदम महत्वपूर्ण और सराहनीय है। इस कदम से कृषकों को भारी राहत मिलेगी।
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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई
नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।
बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।
बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।
ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।
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