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प्रादेशिक

अमिताभ ठाकुर को केंद्र से नहीं मिली राहत

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Amitab-Thakurलखनऊ। आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर के खिलाफ दो मामलों में चल रही विभागीय जांच को अन्य राज्यों में स्थानान्तरित किए जाने से केंद्र सरकार ने मना कर दिया है। केंद्र ने अखिल भारतीय सेवा अनुशासन और अपील नियमावली का हवाला देते हुए अमिताभ के विरुद्ध प्रचलित दो विभागीय जांच उप्र के बाहर किसी अन्य प्रदेश से कराए जाने से इंकार कर दिया है।

कैट की लखनऊ बेंच के आदेशों के क्रम में लिए गए निर्णय में केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव को भेजे अपने आदेश में अखिल भारतीय सेवा अनुशासन और अपील नियमावली के विभिन्न नियमों का हवाला देते हुए कहा कि विभागीय जांच एक राज्य सरकार की जगह दूसरे राज्य सरकार द्वारा कराने के लिए अपील नहीं की जा सकती है। आदेश के अनुसार आरोपपत्र के स्तर पर कार्यवाही दूसरे राज्य को नहीं भेजी जा सकती है।

बता दें कि अपने खिलाफ चल रही जांच को लेकर अमिताभ ने गृह मंत्रालय, भारत सरकार को प्रत्यावेदन भेजा था कि उत्तर प्रदेश सरकार उनके प्रति पूरी तरह एकतरफा कार्यवाही कर रही है। इसलिए अब उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार की कार्यवाही पर कोई भी भरोसा नहीं रह गया है और उनकी विभागीय जांच दूसरे प्रदेश को स्थानांतरित कर दी जाए।

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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