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प्रादेशिक

वाराणसी में मौतों के लिए सरकार व प्रशासन जिम्मेदार : मौर्य

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keshav prasd mauryaलखनऊ। वाराणसी में भगदड़ में हुई मौतों पर भारतीय जनता पार्टी ने शोक व्यक्त किया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने वाराणसी में हुई मौतों के लिए प्रदेश सरकार और स्थानीय प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया।

उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा है कि ईश्वर मृत आत्माओं को शांति तथा परिवारीजनों को धैर्य प्रदान करें। मौर्य ने कहा कि इस समय प्रदेश की सपा सरकार आपसी कलह व फूट का शिकार है। प्रदेश सरकार निर्णयहीनता की शिकार है। इसी कारण प्रदेश की प्रशासनिक मशीनरी भी दिग्भ्रमित है। प्रदेश का प्रशासन भी सरकार की ही तरह निर्णयहीनता का शिकार है। प्रदेश की सरकार और प्रशासन दोनों के अनिर्णय के कारण प्रदेश की जनता बेसहारा है।

मौर्य ने आरोप लगाया कि इतनी बड़ी भीड़ के जुटने के कारण भीड़ को व्यस्थित करने की कोई समुचित व्यवस्था नहीं की गई थी। खुफिया सूचना तंत्र भी कोई जानकारी नहीं जुटा पाया। परिणाम स्वरूप अराजकता, अव्यवस्था हुई और भगदड़ मच गई, जिससे मौतें हुई। इन मौतों के लिए प्रशासन और सरकार जिम्मेदार है।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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