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प्रादेशिक

इलेक्शन आते ही संवेदनशील मुद्दे छेडऩा भाजपा की पुरानी फितरत : रालोद

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RLDलखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा चुनाव के समय समान नागरिक संहिता की चर्चा करने की निंदा की है। रालोद अध्यक्ष डॉ. मसूद अहमद ने कहा कि भाजपा कभी भी एक मुद्दे पर काम नहीं रहती है।

भाजपा कभी लव जेहाद तो कभी धर्म परिवर्तन जैसा संवेदनशील मुद्दा छेड़ती है। इससे भाजपा को स्वयं मुंह की खानी पड़ती है। वर्तमान समय में पांच राज्यों में चुनाव होने हैं। इसलिए समान नागरिक संहिता का राग अलाप रहे हैं।

डॉ. अहमद ने कहा कि चुनाव आते ही धारा 370, समान नागरिक संहिता और राम मंदिर जैसे मुद्दे छेडऩा भाजपा की पुरानी फितरत है। यदि भाजपा के लोगों में इन मुद्दों के प्रति अटूट लगाव था तो केंद्र में वी.पी. सिंह की सरकार को समर्थन देने से पहले ये शर्तें क्यों नहीं रखीं।

आखिर इस देश की जनता से छलावा भाजपा के लोग कब तक करेंगे। रालोद अध्यक्ष ने चेतावनी देते हुए कहा कि अब वह समय आ गया है जब जनता जनार्दन इनके बहकावे और झूठे लॉलीपाप की ओर आकर्षित नहीं होगी।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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