लाइफ स्टाइल
बेड टी लेने से हो सकते हैं ये नुकसान
नई दिल्ली। दिन की शुरूआत चाय की चुस्की के साथ करने वालों को सावधान होने की जरूरत है। एक अध्ययन के मुताबिक, सुबह उठते ही बेड टी लेना स्वास्थ्य के लिहाज से एक गलत आदत है। इसमें कैफीन होती है और साथ ही इसमें एल-थायनिन, थियोफाइलिन भी होता है जो सक्रिय तो बनाता है लेकिन कुछ गंभीर परिणामों के साथ।
अगर आपको सुबह उठकर बेड टी की लत लग चुकी है तो बेहतर यही होगा कि आप पहले कुछ हल्का खा लें। इसके साथ ही अगर आप बहुत अधिक चाय पीते हैं तो भी संभल जाएं। ब्लैक टी पीना भी नुकसानदेह है।
जानें, खाली पेट चाय पीने के नुकसान:
- खाली पेट बेड टी पीने से पित्त रस के बनने और काम की प्रक्रिया पर असर पड़ता है। इसकी वजह से मिचली आ सकती है और घबराहट महसूस हो सकती है।
- माना जाता है कि ब्लैक टी पीने से वजन कम होता है लेकिन ब्लैक टी पीने से पेट फूल जाता है और भूख नहीं लगती। इस वजह से वजन कम होता जाता है।
- खाली पेट दूध वाली चाय पीने से जल्दी थकान महसूस होती है साथ ही मूड-स्विंग की प्रॉब्लम भी बढ़ जाती है।
- खाली पेट चाय पीने वालों को अल्सर होने का खतरा रहता है।
- बार-बार गर्म करके चाय पीना खतरनाक हो सकता है। जितनी बार हम चाय गर्म करते हैं उतनी बार चीनी भी पकती है, जो खतरनाक है।
18+
जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई
नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।
बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।
बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।
ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।
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