मुख्य समाचार
बौखलाया पाक, भारत के दो राजनयिकों को कर सकता है निष्कासित
इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग में कार्यरत दो भारतीय अधिकारियों पर भारतीय खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) का एजेंट होने का आरोप लगाया है। दोनों अधिकारियों को वापस भारत भेजा जा सकता है।
जियो न्यूज के मुताबिक, पाकिस्तान ने इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग में कॉमर्शियल काउंसलर के पद पर कार्यरत राजेश कुमार अग्निहोत्री की पहचान ‘रॉ स्टेशन चीफ’ के रूप में की है। जबकि, प्रेस इंफॉर्मेशन सेक्रेटरी के रूप में कार्यरत बलबीर सिंह की पहचान भारतीय खुफिया ब्यूरो (आईबी) के एक अधिकारी के तौर पर की गई है।
सूत्रों का हवाला देते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि अग्निहोत्री तथा बलबीर दोनों ‘कथित तौर पर पाकिस्तान में विध्वंसक गतिविधियों में शामिल लोगों के एक नेटवर्क का संचालन कर रहे थे।’
जियो न्यूज ने एक सूत्र के हवाले से कहा कि पाकिस्तान द्वारा हाल में निष्कासित किए गए भारतीय राजनयिक सुरजीत सिंह भी ‘नेटवर्क का हिस्सा थे।’ रिपोर्ट के मुताबिक, बलबीर सिंह पाकिस्तान में विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए आईबी के एजेंटों की मदद कर रहे थे।
पिछले सप्ताह पाकिस्तान ने भारतीय उच्चायोग के अधिकारी सुरजीत सिंह को अवांछनीय घोषित करते हुए 48 घंटे में पाकिस्तान छोडऩे के लिए कहा था। पाकिस्तान ने यह कदम पाकिस्तानी दूतावास में कार्यरत महबूब अख्तर को आईएसआई के लिए जासूसी करने में लिप्त पाए जाने के बाद भारत द्वारा देश से निष्कासित करने के बाद उठाया है।
मार्च महीने में पाकिस्तान ने कहा था कि उसने बलूचिस्तान में कथित तौर पर रॉ के लिए काम करने वाले भारतीय नौसेना के खुफिया अधिकारी कुलभूषण जाधव को गिरफ्तार किया है।
भारत में पंजाब के पठानकोट वायु सेना अड्डे पर दो जनवरी को हुए आतंकवादी हमले के बाद से ही दोनों देशों के संबंध तनावग्रस्त हैं। भारत ने इस हमले का आरोप पाकिस्तान पर लगाया। कश्मीर में लंबे वक्त से जारी अशांति के लिए भी भारत ने पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है।
जम्मू एवं कश्मीर के उड़ी में भारतीय सेना के ब्रिगेड मुख्यालय पर 18 सितंबर को हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत व पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ गया।
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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत
पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।
AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.
शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव
अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।
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