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प्रादेशिक

मनमानी कर रहे प्रधानमंत्री, घमंड अच्छी बात नहीं : मुलायम

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कुछ लोग चाहते थे सपा कमजोर हो जाए : मुलायम

 

गाजीपुर | उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और कहा कि वह मनमानी करने पर तुले हुए हैं। कुछ लोगों को घमंड हो जाता है, लेकिन घमंडी होना अच्छी बात नहीं। सबको साथ लेकर चलना चाहिए।

गाजीपुर के आईटीआई मैदान में मौजूद विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए मुलायम ने कहा, “ऐसा प्रचार किया जा रहा है कि हमलोगों के पास ही कालाधन है। कुछ लोगों को घमंड हो गया है। यह सही नहीं है। जनता अच्छे-अच्छे लोगों का घमंड चूर कर देती है।”

सपा अध्यक्ष ने भाषण की शुरुआत में ही नोटबंदी पर केंद्र सरकार पर तीखा हमला किया और कहा, “हमारे किसान, व्यापारी को बर्बाद करने वाला कदम उठाया गया है। अगर किसान और व्यापारी बर्बाद हुआ तो देश का नुकसान होगा।”

उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री कहते हैं कि ईमानदार सुख की नींद सो रहा है। क्या हम लोग बेईमान हैं। क्या जो लोग परेशान हैं, वे बेईमान हैं। इस तरह की बातें ठीक नहीं हैं। प्रधानमंत्री का यह घमंड ठीक नहीं है।”

सीमा पर जारी तनाव का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “आज देश के हालात बहुत चुनौतीपूर्ण हैं। रोज अखबार बताते हैं कि सीमा पर क्या हो रहा है। हमारे सैनिक मुकाबला भी कर रहे हैं और शहीद भी हो रहे हैं। केंद्र के साथ जब पूरा देश खड़ा है तो पाकिस्तान की इतनी हिम्मत कैसे हो रही है।”

मुलायम ने कहा, “सपा की कथनी-करनी में कभी अंतर नहीं रहा, लेकिन कुछ लोगों के कारण दिक्कतें हो रही हैं। कानाफूसी कर कुछ लोग पार्टी को कमजोर कर रहे हैं। आप को यह सोचना चाहिए कि सपा को कौन कमजोर कर रहा है, कौन नुकसान पहुंचा रहा है। इसको पहचानना जरूरी है। आगे चलकर युवाओं को ही पार्टी चलानी है। नारेबाजी कीजिए, लेकिन सपा को मजबूत करने के लिए।”

उन्होंने कहा, “यह वही गाजीपुर है, जहां सोशलिस्ट पार्टी का गठन हुआ था। हमने हमेशा यह कहा है कि सपा की स्थापना गाजीपुर में ही हुई थी।”

मुलायम ने कहा, “कुछ लोग सपा को कमजोर करना चाहते हैं। कानाफूसी और चुगलखोरी करते हैं। ऐसे लोग अपनी इमेज बनाने में लगे हुए हैं। इससे इमेज नहीं बनती। इससे पार्टी नहीं चलती। पार्टी में अनुशासन बहुत जरूरी है। सिर्फ नारों से पार्टियां नहीं चलती हैं, पार्टी के लिए काम करना पड़ता है।”

उप्र सरकार के पूर्व मंत्री ओम प्रकाश सिंह व नारद राय की प्रशंसा करते हुए मुलायम ने कहा, “दोनों ने काफी मेहनत की है। आज जितनी भीड़ आई है, उसकी उम्मीद नहीं थी। उप्र में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने की जरूरत है।”

उन्होंने कहा, “पूर्व मुख्यमंत्री राम नरेश यादव का कल ही निधन हो गया। वह काफी मिलनसार व्यक्ति थे। कोई भी काम होता था तो आकर सलाह लेते थे। कई मौकों पर उनके साथ कदम से कदम मिलाकर काम किया है।”

मुलायम ने कहा, “देश की सीमा पर हालात बहुत चुनौतीपूर्ण हैं। आए दिन सीमा पर जवान मारे जा रहे हैं। इस मुद्दे पर सभी लोग एक साथ खड़े हुए हैं। प्रधानमंत्री के मन में क्या है यह हम नहीं जानते, लेकिन सीमा पर जो स्थिति बन रही है उसमें सुधार आना चाहिए।”

कौमी एकता दल के सपा में विलय को लेकर मुलायम ने कहा कि खुले विरोध के बाद भी अफजाल अंसारी, सिवगतुल्लाह अंसारी और मुख्तार अंसारी को पार्टी में शामिल कराया है। इसका विरोध काफी हुआ था। शिवपाल ने इसकी पहल की और कहा, “मैंने उसका साथ दिया। कुछ लोग विरोध कर रहे, लेकिन उनकी परवाह नहीं की।”

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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