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प्रादेशिक

बिहार में ‘रूल ऑफ लॉ’ लागू है, लागू रहेगा : नीतीश

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'रूल ऑफ लॉ', मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, युनाइटेड, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, शराबबंदी, नोटबंदी

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'रूल ऑफ लॉ', मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, युनाइटेड, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, शराबबंदी, नोटबंदी

Nitish Kumar

पटना | बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यहां मंगलवार को कहा कि बिहार में ‘रूल ऑफ लॉ’ लागू है और आगे भी लागू रहेगा। किसी भी पार्टी का कितना भी बड़ा नेता हो, कानून से बच नहीं सकता। रूल ऑफ लॉ से कोई समझौता नहीं हो सकता। पटना के हज भवन में शराबबंदी को लेकर आयोजित जनता दल (युनाइटेड) की कार्यशाला को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “राज्य में न्याय और कानून का राज कायम रहेगा। उन्होंने कहा कि अपराधी को सजा दिलाना हमारा कर्तव्य है। राज्य में अपराध पर लगाम लगाने की हर कवायद की जा रही है।”

मुख्यमंत्री ने दावा करते हुए कहा कि राज्य में अपराध कम हुए हैं। अपराध के आंकड़ों में राज्य का स्थान काफी नीचे है, फिर भी अगर कहीं एक घटना होती है तो उसे बड़े पैमाने पर उछाला जाता है।
नीतीश ने नोटबंदी की चर्चा करते हुए कहा, “नोटबंदी पर मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले का समर्थन तो कर दिया, लेकिन अब देखना है कि 50 दिन के बाद क्या होता है।” महागठबंधन में मतभेद की खबरों को निराधार बताते हुए उन्होंने कहा, “महागठबंधन में मतभेद जैसा कुछ नहीं है। सभी अपना-अपना काम कर रहे हैं। हमारा काम विपक्ष को दिखता नहीं है।”

नीतीश ने नोटबंदी के बाद के हालात को लेकर तैयारी पर सवाल उठाते हुए कहा, “नोटबंदी का फैसला तो ठीक है, पर इसके लिए पूरी तैयारी नहीं की गई। बिहार में हमने लोक शिकाकत केंद्र की शुरुआत की, लेकिन हमारे लोक शिकायत केंद्र में एटीएम जैसी कतार नहीं है, क्योंकि हमने इसे पूरी तैयारी के साथ लागू किया।” नीतीश ने कहा कि चुनाव के दौरान किए गए सभी वादे पूरे किए जाएंगे। ‘सात निश्चय’ पर सरकार अडिग है, सातों हर हाल में पूरे किए जाएंगे।

 

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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