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टिकट वितरण के विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं का आत्मदाह का प्रयास

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टिकट वितरण के विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं का आत्मदाह का प्रयास

लखनऊ । उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में टिकट वितरण को लेकर कार्यकर्ताओं का विरोध दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है। इसी कड़ी में शनिवार को भाजपा कार्यालय के बाहर गाजीपुर में टिकट बांटने के विरोध में दो कार्यकर्ताओं ने आत्मदाह का प्रयास किया।

दोनों कार्यकर्ताओं ने अपने शरीर पर मिट्टी का तेल उड़ेलना शुरू किया, लेकिन वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने दोनों को पकड़ लिया और हिरासत में लेकर हजरतगंज कोतवाली ले गई।

वहीं टिकट वितरण का विरोध करते हुए कार्यकर्ताओं ने पार्टी का चुनावी घोषणा पत्र जारी करने आ रहे पार्टी अध्यक्ष अमित शाह का पुतला फूं का।

इससे पहले शनिवार को विधानसभा के सामने और भाजपा कार्यालय के बाहर अमित शाह के आगमन से पहले गाजीपुर की जहूराबाद (377) विधानसभा सीट से पार्टी द्वारा घोषित उम्मीदवार के विरोध में जहूराबाद से आए दो कार्यकर्ता रोशन मिश्रा और विजय ने खुद पर मिट्टी का तेल डालकर आत्मदाह का प्रयास किया। लेकिन इनके माचिस जलाने से पहले ही सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने चौकी इंचार्ज दारुलशफा संजय कुमार गुप्ता के साथ उन्हें पकड़ लिया।

दोनों राम प्रताप सिंह उर्फ पिंटू को जहूराबाद से टिकट देने की मांग कर रहे थे। यही नहीं दोनों भाजपा के साथ गठबंधन का विरोध करते हुए भारतीय समाज पार्टी (भासपा) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर को समर्थन नहीं देने की मांग कर रहे हैं। दोनों और इनके सहयोगी लगातार ओम प्रकाश वापस जाओ के नारे लगा रहे थे। पुलिस ने फिलहाल लोगों को हिरासत में ले लिया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है।

बता दें कि टिकट वितरण को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं में जबर्दस्त विरोध है। चंदौली, लंभुआ, इसौली, हमीरपुर और जहूराबाद सहित कई विधानसभा के बागी नेताओं को टिकट देने का विरोध कर रहे हैं। शनिवार को पार्टी कार्यकर्ताओं ने चंदौली सीट से शारदा प्रसाद को टिकट दिए जाने का विरोध किया।

उनका कहना है कि इस चुनाव में पार्टी से बाहरियों को ज्यादा महत्व दिया जा रहा है। पार्टी कार्यकर्ताओं ने धमकी दी है कि अगर भाजपा इस सीट पर उम्मीदवार नहीं बदलती तो चंदौली इकाई उप्र चुनाव में भाजपा का बहिष्कार करेगी।

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IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

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महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

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