लाइफ स्टाइल
फलों के सेवन से लाएं त्वचा में निखार
शहनाज हुसैन
नई दिल्ली | पंसदीदा फलों के सेवन से त्वचा के रोगों से मुक्ति पाकर आप चमचमाती व सुंदर त्वचा पा सकते हैं। यदि आप फल खाने के शौकीन हैं तो निरोगी काया और सुंदर त्वचा आपको यूं ही मिल जाएगी। फल खाने से आपके बाहरी और अंदरूनी, दानों सौंदर्य में निखार आता है।
फलों से सौंदर्य बढ़ाने के कुछ टिप्स :
आम : आम को फलों का राजा कहा जाता है। आम विटामिन ए, सी, ई, के और मिनरल जैसे- पोटाशियम, कैलशियम व मैगनीशियम से परिपूर्ण होते हैं। आम में वायोफ्लेवोनोड भी होता है जो प्रभावी एंटी ऑक्सीडेंट है। यह त्वचा के मूल स्वरूप को पहुंची क्षति को निष्प्रभावी बनाकर इसे मूल रूप में वापस लाता है। आम विटामिन ए और सी से पूरिपूर्ण होता है। ये विटामिन त्वचा में ताजगी, यौवन तथा गोरापन लाने में मदद करते हैं। ये त्वचा में झुर्रियां नहीं आने देते और बुढ़ापे को रोकने में भी मददगार हैं।
आम न केवल शरीर के सामान्य संतुलन को बनाए रखते हैं, बल्कि इनके आहार से त्वचा व बाल मुलायम और चमकीले होते हैं। आम खाने से बालों के छिद्र कस जाते हैं, जिससे बालों की जड़ें मजबूत होती हैं। आम के गूदे को फ्रूटपैक के रूप में त्वचा व बालों पर लगाया जा सकता है। शरीर व बालों के सौंदर्य उत्पाद बनाने वाली कंपनियां आम का उपयोग सौंदर्य प्रसाधनों में जमकर करती हैं।
नींबू : नींबू विटामिन-सी और मिनरल का स्रोत माना जाता है। सौंदर्य सामग्री के तौर पर नींबू का इस्तेमाल कई प्रकार से किया जा सकता है। नींबू को पानी में मिलाकर ही प्रयोग में लाना चाहिए, अन्यथा इससे त्वचा को नुकसान भी हो सकता है।
नींबू के गाढ़े घोल से बचना चाहिए। हालांकि घुटनों, कोहनियों में नींबू के छिलकों को सीधे रगड़कर बाद में पानी से धोया जा सकता है। नींबू के लगातार उपयोग से त्वचा साफ तथा गोरी बन जाती है तथा रंगत में निखार आता है।
नींबू को हैंडलोशन की तरह भी प्रयोग में लाया जा सकता है। नींबू के रस को गुलाबजल में मिलाकर हाथों की त्वचा पर मलिए। हाथ अगर खुरदरे हों तो नींबू के जूस और चीनी के मिश्रण को हाथों की त्वचा पर तब तक मलिए, जब तक चीनी पूरी तरह घुल न जाए। थोड़ी देर बाद हाथों को ताजे स्वच्छ पानी से धो डालिए। इस मिश्रण के लगातार उपयोग से हाथों की त्वचा मुलायम होती है और त्वचा में निखार आता है।
बालों को चमकीला व मुलायम बनाने के लिए नींबू के रस को उबली हुई चाय की पत्तियों में मिलाकर इस घोल को बाल धोने के लिए उपयोग में लाएं। इससे बाल मुलायम व चमकीले बनते हैं। नींबू के छिलकों को सुखाकर इसका पाउडर फेसपैक बनाने में काम आता है।
पका पपीता : कई विशिष्ट गुणों से परिपूर्ण होने के कारण पपीते को फरिश्तों का खाना भी कहा जाता है। पपीता विटामिन ए, बी, पोटाशियम, कॉपर और मैगनिशियम से परिपूर्ण एंटी ऑक्सीडेंट होता है। पपीते में पपेन नामक एन्जाइम होता है, जो त्वचा की मृत कोशिकाओं को हटाने में मददगार साबित होता है।
पके पपीता के गूदे को लगाने से त्वचा चमकीली और निर्मल बन जाती है। पपीता नियमित खाने से भी त्वचा की रंगत में निखार आता है।
पपीता के गुदे में जौ का आटा, दही व शहद मिलाकर फेस मास्क तैयार किया जाता है। इस फेसमास्क को चेहरे पर लगाने के 20-30 मिनट बाद चेहरे को ताजे पानी से धो डालिए। पपीते के गूदे को दही में मिलाकर इसे समूचे शरीर पर भी लगाया जा सकता है।
केला : केले को पोषाहार और स्वास्थ्य लाभ के लिहाज से सबसे लोकप्रिय फल माना जाता है। इसे पोटाशियम तथा विटामिन-सी का सबसे मूल्यवान स्रोत माना जाता है। केला त्वचा तथा बालों दोनों के सौंदर्य में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। केले में मौजूद पोटाशियम बालों व त्वचा दोनों को मुलायम बनाते हैं।
केले के गूदे को फेसपैक और हेयरपैक दोनों के रूप में प्रयोग में लाया जा सकता है।
बालों को बार-बार रंगने या अन्य रासायनिक उपचारों से जो क्षति पहुंचती है, उससे उबारने में केला अहम भूमिका निभाता है। केले के गूदे या लुगदी को फेस पैक की तरह चेहरे पर लगाकर 20 मिनट बाद चेहरे को ताजे पानी से धो डालिए। केले की लुगदी में अंडे की पीली जर्दी या दही मिलाकर हेयर पैक तैयार किया जा सकता है।
आगर आपके बाल बहुत रूखे हों तो केले के गूदे को मथकर उसमें एक चम्मच ग्लिसरीन या शहद मिलाएं। इस तरह हेयर पैक तैयार हो जाएगा। इसमें बादाम तेल भी मिलाया जा सकता है।
सेब : सेब अनगिनत स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। सेब में विटामिन-सी, बी-6, रिवोफलोवन, पोटाशियम, तांबा, मैगनीशियम, जैसे पोषाहार तत्व प्रचुर मात्रा में विद्यमान होते हैं। सेब में फिटोन्यू ट्रैन्ट्स तथा फ्लैवोनोस्ड जैसे पोषाहार तत्व मौजूद होते हैं।
सेब में पेक्टिन पाई जाती है, जो संवेदनशील त्वचा के लिए काफी सहायक मानी जाती है। सेब ‘स्किन टोनर’ माने जाते हैं, जो त्वचा को मजबूत बनाने तथा रक्त संचार में अहम भूमिका अदा करते हैं। सेब में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं जो त्वचा में ऑक्सीडेशन को रोकने में प्रभावी भूमिका अदा करते हैं। इससे त्वचा की झुर्रियों को रोकने में मदद मिलती है तथा बुढ़ापे को रोका जा सकता है।
सेब में मौजूद फ्रूट एसिड त्वचा को साफ करने में अहम भूमिका अदा करते हैं तथा मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाने में मददगार साबित होते हैं। इससे त्वचा में चमक आती है और काले धब्बे भी मिट जाते हैं।
कच्चे सेब की लुगदी तथा सेब के जूस के प्रतिदिन त्वचा पर 20 मिनट तक लगाकर इसे ताजे पानी से धो डालिए। सेब को पीसकर इसे फेस मास्क में सम्मलित किया जा सकता है। जौ के आटे को दही, शहद तथा सेब की लुगदी में मिलाकर पेस्ट बना लीजिए। इस मिश्रण को चेहरे पर 20-30 मिनट तक लगाने के बाद चेहरे को ताजे पानी से धो डालिए।
एपल सिंडार विनैगर बालों की रूसी के उपचार में काफी प्रभावी साबित होता है। बालों में शैम्पू के बाद एक मग पानी में दो चम्मच एपल सिंडार विनैगर मिलाकर इससे फिर धोएं बालों में चमक आ जाएगी।
रोजाना कम से कम एक सेब को अपने आहार में शामिल करें, इससे सौंदर्य संबंधी कई समस्याएं आपसे दूर रहेंगी।
(लेखिका ‘हर्बल क्वीन’ के नाम से चर्चित व प्रख्यात सौंदर्य विशेषज्ञ हैं)
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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई
नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।
बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।
बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।
ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।
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