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असहमति मंजूर, देश को तोड़ना नामंजूर : वेंकैया नायडू

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नई दिल्ली| केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने सोमवार को कहा कि किसी को भी इस बात का अधिकार नहीं है कि वह देश के टुकड़े करने और कश्मीर की आजादी की बात का समर्थन करे। उन्होंने आरोप लगाया कि देश में वामपंथी ताकतें विश्वविद्यालयों को ‘अलगाववादी परीक्षणों की प्रयोगशालाएं’ बनाने की कोशिश कर रही हैं। दिल्ली के रामजस कालेज में छात्र संगठन एबीवीपी और आईसा के बीच हुई हिंसा के एक बड़े राजनीतिक विवाद में बदल जाने के बीच नायडू ने विपक्ष, खासकर कांग्रेस पर अभिव्यक्ति की आजादी पर हमले का आरोप लगाने के लिए तीखे प्रहार किए।

उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, “असहमति मंजूर है लेकिन तोड़ना नहीं। कोई भी (देश को) तोड़ने की वकालत नहीं कर सकता। कश्मीर की ‘आजादी’ का क्या मतलब है? हजारों लोगों ने देश की एकता व अखंडता के लिए जान दी है।” नायडू ने कहा, “जम्मू एवं कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। कोई कश्मीर की ‘आजादी’ की कैसे वकालत कर सकता है? वे विश्वविद्यालयों को अलगाववादी परीक्षणों की प्रयोगशालाएं बनाना चाहते हैं।” किसी का नाम लिए बिना उन्होंने वामपंथियों पर उच्च शैक्षिक संस्थानों में समस्याएं पैदा करने का आरोप लगाया।

नायडू ने कहा, “सच तो यह है कि वे हताश हैं क्योंकि लोगों की बहुसंख्या ने उनकी विचारधारा को नकार दिया है। वे वैचारिक और राजनीतिक, दोनों रूप से नकारे जा चुके हैं। हताश लोग, अब युवा जहन को ऐसे तर्को से गुमराह करना चाह रहे हैं।” मंत्री ने कहा, “(भारत में) सात हजार शैक्षिक संस्थान हैं और पूर्ण शांति है। लेकिन वे (वामपंथी) कुछ में जातिवादी, सांप्रदायिक और अलगाववादी मुद्दे उठाकर समस्या पैदा करना चाह रहे हैं।”

नायडू ने रामजस कालेज की हिंसा के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार बताने के लिए कांग्रेस की आलोचना की। उन्होंने कहा, “जिन लोगों ने इमरजेंसी लगाई थी, जिन्होंने पूरे विपक्ष को सलाखों के पीछे डाल दिया था, जिन्होंने मीडिया पर रोक लगाई थी, अब वे ही अभिव्यक्ति की आजादी पर उपदेश दे रहे हैं। कांग्रेस और इसके समर्थक राष्ट्रवादी संगठनों की आलोचना कर रहे हैं। एबीवीपी एक राष्ट्रवादी संगठन है।”

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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