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प्रादेशिक

बंगाल में डायरी से भाजपा नेता के बाल तस्करों से संबंधों का खुलासा

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सीआईडी, अपराध अन्वेषण विभाग, पश्चिम बंगाल, बाल तस्करी रैकेट, भाजपा नेता, भाजपा नेता जूही चौधरी

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सिलिगुड़ी | पश्चिम बंगाल पुलिस ने बुधवार को कहा कि गिरफ्तार की गईं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता जूही चौधरी पर राज्य में बाल तस्करी के रैकेट में शामिल होने का संदेह है और अपराध अन्वेषण विभाग (सीआईडी) उनसे कड़ाई से पूछताछ कर रहा है। सीआईडी के जासूसों ने कहा है कि भाजपा नेता के पास से एक डायरी मिली है, जिसमें बाल तस्करों से उनके संपर्क की विस्तृत जानकारी है। जूही को दार्जिलिंग में भारत-नेपाल सीमा के निकट बतासिया इलाके से मंगलवार रात सीआईडी ने गिरफ्तार किया था।
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जलपाईगुड़ी जिले के इस मामले में यह चौथी गिरफ्तारी है। इस मामले से राजनीतिक लोगों के जुड़े होने के कारण पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा हुआ है। 17 बच्चों की तस्करी मामले में नाम आने के बाद चौधरी पिछले कई दिनों से फरार थीं। गिरफ्तारी के बाद उन्हें पूछताछ के लिए माटिगारा पुलिस थाने लाया गया।

अधिकारी ने कहा कि उन्हें बुधवार को अदालत में पेश किया जाएगा। सीआईडी के सूत्रों के मुताबिक, जासूसों ने एक डायरी बरामद की है, जिसमें चौधरी का बाल तस्करों और सहआरोपी मानस भौमिक से संबंधों के बारे में विवरण दर्ज है, जिन्हें इस महीने की शुरुआत में गिरफ्तार किया गया था।

डायरी के मुताबिक, चौधरी बीते दो फरवरी को मुख्य आरोपी चंदना चक्रवर्ती के साथ दिल्ली गईं और भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय से उन्होंने मुलकाता की। सूत्रों ने कहा कि माना जाता है कि जलपाईगुड़ी में एक एडॉप्शन सेंटर के बारे में चर्चा के लिए उन्होंने एक केंद्रीय मंत्री से मुलाकात की।

चौधरी की गिरफ्तारी ठीक उसी दिन हुई है, जब मामले में पहले से गिरफ्तार चंदना चक्रवर्ती ने उनपर गलत काम में सलिप्तता का आरोप लगाया। फर्जी कागजातों के आधार पर कम से कम 17 बच्चों को बेचने को लेकर जलपाईगुड़ी में चाइल्ड एडॉप्शन सेंटर बिमला शिशु गृह की अध्यक्ष चक्रवर्ती को चीफ एडॉप्शन ऑफिसर सोनाली मंडल के साथ गिरफ्तार किया गया था।

चक्रवर्ती ने मंगलवार को कहा, “चौधरी बीते तीन साल से एडॉप्शन सेंटर से जुड़ी थीं। अगर वहां कुछ भी गलत या अनैतिक हुआ, तो यह उनके द्वारा किया गया। मुझे क्यों फंसाया जा रहा है? मैं दोषी नहीं हूं।”

अपने संगठन के लिए मदद की मांग को लेकर उन्होंने चौधरी के साथ दिल्ली जाने की बात स्वीकारी और दावा किया कि भाजपा नेता ने वरिष्ठ नेतृत्व के साथ जब बातचीत की, तब वह अलग कमरे में थीं।

चक्रवर्ती ने कहा, “जूही ने मुझे आश्वासन दिया था कि वह सभी मुद्दों से निपट लेंगी।” उन्होंने कहा, “मैंने किसी से बातचीत नहीं की, बल्कि जूही ने की। उसने भाजपा नेता रूपा गांगुली तथा कैलाश विजयवर्गीय से बातचीत की होगी। मैं एक अलग कमरे में बैठी थी। हम निर्दोष हैं। हम निश्चित तौर पर जांच में मदद करेंगे।”

इस बीच, राज्य भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी की कानूनी शाखा चौधरी को जमानत पर छुड़ाने का प्रयास करेगी।

घोष ने कहा कि पार्टी फिलहाल उन्हें निर्दोष या दोषी नहीं ठहरा रही, लेकिन कानून अपना काम करेगा। घोष ने मंगलवार को आरोप लगाया कि बड़ी राजनीतिक साजिश के तहत उन्हें फंसाया जा रहा है।  उन्होंने कहा, “जूही हमारी पार्टी की कार्यकर्ता हैं। मैं उन्हें जानता हूं। अब अचानक उनका नाम मामले से जोड़ दिया गया है। इसलिए, हम अपना वक्त दे रहे हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि हम उन्हें निर्दोष करार दे रहे हैं।”

घोष ने कहा, “कानून सम्मत कार्रवाई होगी। अगर वह दोषी होंगी, तो पार्टी उनका पक्ष नहीं लेगी। उन्हें कानून के अनुसार दंड मिलनी चाहिए। पार्टी की कानूनी शाखा उनकी जमानत कराने का प्रयास करेगी, जब तक कि उन्हें दोषी नहीं करार दे दिया जाता।” चक्रवर्ती द्वारा उनका नाम लिए जाने पर गांगुली ने प्रतिक्रिया दी, “एक आरोपी ने क्या कहा है, उसपर मुझे प्रतिक्रिया क्यों देनी चाहिए?”

 

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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