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बिजनेस

भारत ने विश्व बैंक से 5-7 अरब डॉलर की सहायता मांगी

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नई दिल्ली| केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए विश्व बैंक से भारत को 5-7 अरब डॉलर का अनुदान देने की बुधवार को अपील की। विश्व बैंक मुख्य कार्यकारी क्रिस्टालिना आई.जॉर्जिवा से यहां मुलाकात के बाद जेटली ने एक बयान में कहा, “कई परियोजनाएं पूरी करने के लिए हमें वर्तमान में 5-7 अरब डॉलर की जरूरत है और इसके लिए विश्व बैंक के सहयोग में इजाफा जरूरी हो गया है।”

भारत ने सहायता मांगने का फैसला केवल विश्व बैंक के इंटरनेशनल बैंक फॉर रिकंस्ट्रक्शन एंड डेवलपमेंट (आईबीआरडी) के माध्यम से किया है और इससे संबद्ध इंटरनेशनल डेवलपमेंट एजेंसी (आईडीए) से सहायता लेने पर रोक लगा दी है।

विश्व बैंक के असल संस्थान के रूप में आईबीआरडी मध्यम आय वाले देशों को ऋण की पेशकश करता है, जबकि आईडीए बेहद गरीब विकासशील देशों को ऋण व अनुदान प्रदान करता है। जेटली ने बैंक समूह की पूंजी में बढ़ोतरी पर भी जोर दिया। उन्होंने विश्व बैंक से अपील की कि वह कमिटमेंट शुल्क हाटकर अपने ब्याज दर में कमी करे।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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