Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

उप्र विधानसभा में विस्फोटक मिलने की जांच एनआईए करेगी : योगी

Published

on

Loading

लखनऊ, 14 जुलाई (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश विधानसभा में सदन के भीतर मिले शक्तिशाली विस्फोटक को आतंकवादी साजिश का हिस्सा करार देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इसकी जांच नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (एनआईए) से कराई जाएगी। विधानसभा में शक्तिशाली विस्फोटक पीईटीएन पहुंचा कैसे, यह बड़ा सवाल है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस संबंध में यूपी पुलिस से रिपोर्ट तलब की है।

कार्यवाही शुरू होते ही मुख्यमंत्री ने कहा कि सदन में खतरनाक विस्फोटक मिलना बड़ी आतंकवादी साजिश का हिस्सा है। इसका हर हाल में खुलासा होना ही चाहिए।

विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने सदन में मिले विस्फोटक की जांच एनआईए से कराने की घोषणा की है।

सदन की कार्यवाही शुरू होते ही नेता सदन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सुनने के बाद दीक्षित ने कहा कि विस्फोटक को सदन के अंदर लाने, रखने और साजिश आदि की जांच एनआईए से होनी ही चाहिए। उन्होंने इसे सुरक्षा में एक चुनौती मानते हुए सभी से एकजुट होकर सहयोग देने की अपील की।

दीक्षित ने कहा, सदन एक परिवार की तरह है। परिवार की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है, इससे निबटने में सबको सहयोग देना होगा। उन्होंने सदस्यों से आग्रह किया कि वे सदन में मोबाइल फोन लेकर न आएं।

विधान भवन की सुरक्षा के संबंध में लिए गए निर्णय की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि विधायकों के साथ अब बिना पास के कोई प्रवेश नहीं कर सके। विधानभवन के सभी गेट पर होलबॉडी स्कैनर लगाए जाएंगे। आतंकवादी निरोधक दस्ते (एटीएस) की तैनाती विधान भवन के अंदर की जाए और विधान भवन कर्मियों का पुलिस वेरीफिकेशन कराया जाए।

योगी ने कहा, यह मामला 22 करोड़ लोगों की सुरक्षा से जुड़ा है। इसका खुलासा होना ही चाहिए। इसमें सभी सदस्य सहयोग करेंगे। योगी ने कहा कि सुरक्षा सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। इसमें सबका सहयोग जरूरी है। सफाईकर्मियों को मिला पाउडर पहले लगा कि कोई सामान्य रसायन है, लेकिन जांच के बाद मिले लैब की रिपोर्ट से पता चला कि यह शक्तिशाली विस्फोटक पीईटीएन है।

उन्होंने कहा, पीईटीएन की मात्रा तो केवल 150 ग्राम थी, लेकिन इसके विस्फोट से बड़ा नुकसान हो सकता था। पूरे विधानभवन को उड़ाने के लिए इस विस्फोटक का 500 ग्राम काफी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सवाल यह उठता है कि आखिर वे कौन लोग हैं, जिन्होंने इसे यहां तक पहुंचाया। जनप्रतिनिधियों के विशेषाधिकार हैं, तो क्या उन्हें सुरक्षा में छूट दे देंगे? यह खतरनाक प्रवृत्ति है। खतरनाक स्थिति पैदा हो गई है। विधानभवन के कर्मियों का पुलिस वेरीफिकेशन होना चाहिए।

योगी ने कहा कि जो कोई विधान भवन के अंदर आए, उसकी गहन तलाशी होनी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वह जब पहली बार विधान भवन आए, तो उन्हें अचरज लगा, क्योंकि विधानसभा के सदस्यों से ज्यादा दूसरे लोग इधर-उधर घूम रहे थे। उन्होंने कहा कि किसी को सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने की छूट नहीं दी जा सकती।

इस बीच प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि विधानसभा के अंदर विस्फोटक बरामद होना खतरनाक स्थिति है और इसकी गहन जांच करके तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए। विधानसभा के अंदर अगर कोई अवांछनीय वस्तु रखी जा सकती है, तो उत्तर प्रदेश कितना सुरक्षित है इसकी कल्पना करना ज्यादा मुश्किल नहीं है।

कांग्रेस प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा कि यह घटना विधानसभा जैसे कड़ी सुरक्षा वाले परिसर की सुरक्षा में गंभीरतम चूक है और सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए।

विधानसभा का सत्र चलने के दौरान गुरुवार देर शाम सदन में सफेद रंग के संदिग्ध पाउडर की एक पोटली मिलने से हड़कंप मच गया। 150 ग्राम वजन की यह पोटली सदन में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी की कुर्सी से कुछ दूरी पर मिली। उसे जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा गया। जांच में पता चला कि वह शक्तिशाली विस्फोटक पीईटीएन था।

Continue Reading

नेशनल

पीएम मोदी पर लिखी किताब के प्रचार के लिए स्मृति ईरानी चार देशों की यात्रा पर

Published

on

Loading

नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एक नवीनतम पुस्तक ‘मोडायलॉग – कन्वर्सेशन्स फॉर ए विकसित भारत’ के प्रचार के लिए चार देशों की यात्रा पर रवाना हो गई हैं। यह दौरा 20 नवंबर को शुरू हुआ और इसका उद्देश्य ईरानी को मध्य पूर्व, ओमान और ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों से जोड़ना है।

स्मृति ईरानी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि,

एक बार फिर से आगे बढ़ते हुए, 4 देशों की रोमांचक पुस्तक यात्रा पर निकल पड़े हैं! 🇮🇳 जीवंत भारतीय प्रवासियों से जुड़ने, भारत की अपार संभावनाओं का जश्न मनाने और सार्थक बातचीत में शामिल होने के लिए उत्सुक हूँ। यह यात्रा सिर्फ़ एक किताब के बारे में नहीं है; यह कहानी कहने, विरासत और आकांक्षाओं के बारे में है जो हमें एकजुट करती हैं। बने रहिए क्योंकि मैं आप सभी के साथ इस अविश्वसनीय साहसिक यात्रा की झलकियाँ साझा करता हूँ

कुवैत, दुबई, ओमान और ब्रिटेन जाएंगी स्मृति ईरानी

डॉ. अश्विन फर्नांडिस द्वारा लिखित यह पुस्तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शासन दर्शन पर प्रकाश डालती है तथा विकसित भारत के लिए उनके दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करती है। कार्यक्रम के अनुसार ईरानी अपनी यात्रा के पहले चरण में कुवैत, दुबई, फिर ओमान और अंत में ब्रिटेन जाएंगी।

Continue Reading

Trending