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आरएसएस से जुड़े मौलवियों ने बकरीद पर गोहत्या न करने की शपथ ली

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नई दिल्ली, 22 अगस्त (आईएएनएस)| आरएसएस से जुड़े दर्जनों मौलवियों ने यहां मंगलवार को ईद उल अजहा (बकरीद) पर गोहत्या न करने की शपथ ली। आरएसएस विंग के मुस्लिम राष्ट्रीय मंच द्वारा आयोजित समारोह में मौलवियों ने सांप्रदायिक सौहार्द के लिए पूरे देश में बकरीद पर गाय की कुर्बानी न देने के संदेश का प्रसार करने की शपथ ली।

अखिल भारतीय मस्जिदों और मदरसा समन्वय समिति के मौलाना वजाहत कास्मी ने कहा है कि मौलवियों को आने वाले शुक्रवार को अपने अनुयायियों को समझाया जाना चाहिए कि क्यों इस्लाम में प्रतिबंधित नहीं होने के बावजूद गोहत्या गलत है।

कास्मी ने कहा, मैं कई गो-हत्या विरोधी आंदोलनों का समर्थन देने के लिए कई आदेशों का हवाला दे सकता हूं। गोहत्या से सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ता है और इस्लाम शांति और सद्भाव का धर्म है। यह किसी भी परंपरा को प्रोत्साहित नहीं करता, इससे शांति भंग होती है।

मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक मौलाना कौकब मुज्तबा ने कहा कि मुसलमानों को गोहत्या के खिलाफ बोलना चाहिए, क्योंकि इस परंपरा से हिंदुओं की धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं।

मुज्तबा ने कहा, गोहत्या से आपका विश्वास मजबूत नहीं होता। और एक गाय को न मारने से आप नास्तिक नहीं होते।

उन्होंने कहा कि कुछ मुस्लिम नेताओं ने कुछ मुसलमानों में यह डर पैदा किया है कि उनका धर्म भारत में खतरे में है।

मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने कहा कि गाय इस्लाम में बेहद सम्मानित पशु है, क्योंकि कुरान के सबसे लंबे अध्याय ‘अल बकराह’ का नाम ‘गाय माता’ के नाम पर रखा गया था।

कुमार ने कहा कि पैगंबर ने बीफ खाने को लेकर कहा है कि यह कई बीमारियां पैदा कर सकता है, जबकि दूध और घी से ‘इलाज और उपचार’ किया जा सकता है।

उन्होंने कहा, जो लोग पशुओं की बलि दे रहे हैं और इसे मारकर खा रहे हैं, वह बीमारी और जहर खा रहे हैं।

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नेशनल

पीएम मोदी पर लिखी किताब के प्रचार के लिए स्मृति ईरानी चार देशों की यात्रा पर

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नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एक नवीनतम पुस्तक ‘मोडायलॉग – कन्वर्सेशन्स फॉर ए विकसित भारत’ के प्रचार के लिए चार देशों की यात्रा पर रवाना हो गई हैं। यह दौरा 20 नवंबर को शुरू हुआ और इसका उद्देश्य ईरानी को मध्य पूर्व, ओमान और ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों से जोड़ना है।

स्मृति ईरानी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि,

एक बार फिर से आगे बढ़ते हुए, 4 देशों की रोमांचक पुस्तक यात्रा पर निकल पड़े हैं! 🇮🇳 जीवंत भारतीय प्रवासियों से जुड़ने, भारत की अपार संभावनाओं का जश्न मनाने और सार्थक बातचीत में शामिल होने के लिए उत्सुक हूँ। यह यात्रा सिर्फ़ एक किताब के बारे में नहीं है; यह कहानी कहने, विरासत और आकांक्षाओं के बारे में है जो हमें एकजुट करती हैं। बने रहिए क्योंकि मैं आप सभी के साथ इस अविश्वसनीय साहसिक यात्रा की झलकियाँ साझा करता हूँ

कुवैत, दुबई, ओमान और ब्रिटेन जाएंगी स्मृति ईरानी

डॉ. अश्विन फर्नांडिस द्वारा लिखित यह पुस्तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शासन दर्शन पर प्रकाश डालती है तथा विकसित भारत के लिए उनके दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करती है। कार्यक्रम के अनुसार ईरानी अपनी यात्रा के पहले चरण में कुवैत, दुबई, फिर ओमान और अंत में ब्रिटेन जाएंगी।

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