नेशनल
‘मानवाधिकार शूरवीरों को बंगाल हिंसा पर रिपोर्ट करनी चाहिए’
कोलकाता, 12 सितंबर (आईएएनएस)| भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने यहां मंगलवार को मानवधिकार कार्यकर्ताओं पर तंज कसते हुए कहा कि मानवाधिकार शूरवीरों को दिल्ली से बाहर निकलना चाहिए और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की ओर से उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर की गई हिंसा को सामने लाना चाहिए।
राज्य में कथित रूप से राजनीतिक हिंसा का शिकार हुए पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक के बाद शाह ने पत्रकारों से कहा, मैं दुनिया के मानवधिकार शूरवीरों से अपील करता हूं कि जब भी कहीं कुछ होता है तो वहां से मानवधिकार कार्यकर्ताओं की आवाज सुनाई पड़ती है। उन्हें कुछ समय निकालकर कोलकाता, बशीरहाट और बीरभूम की राजनीतिक हिंसा पर रिपोर्ट करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि यहां पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं की हत्या की गई है, उन्हें शारीरिक यातनाएं दी गई हैं, उनके घरों और दुकानों में आग लगा दी गई है।
शाह ने कहा, क्या यह मानवाधिकार का हनन नहीं है? कोई राजनीतिक पार्टी से जुड़ा हुआ है, इसलिए किसी के पति, भाई या पिता की हत्या कर दी जाती है। क्या यह मानवाधिकार हनन नहीं है?
उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि शायद उनकी आवाज मानवाधिकार शूरवीरों तक पहुंचे।
शाह ने कहा, मैं उम्मीद करता हूं कि वे लोग मेरी आवाज सुनेंगे और दिल्ली से बाहर आकर पश्चिम बंगाल के दूरदराज के इलाकों में जाकर घटनाओं का संज्ञान लेंगे और इस हिंसा को दुनिया के सामने लाएंगे।
उन्होंने कहा, राजनीतिक हिंसा में छह वर्ष के एक बच्चे तक की हत्या कर दी गई। भाजपा कार्यकर्ता इस अत्याचार का बहादुरी से सामना करेंगे। हम अपना काम जारी रखेंगे। कोई भी बंगाल में भाजपा की बढ़त को रोक नहीं सकता।
यह बात दीगर है कि गोरखपुर के अस्पताल में ऑक्सीजन की आपूर्ति रोक दिए जाने से 60 से ज्यादा बच्चों की जब मौत हो गई थी तो भाजपा अध्यक्ष शाह ने कहा था, इतने बड़े देश में ऐसी घटनाएं होती रहती हैं। इस घटना में शाह को मानवाधिकार का हनन नजर नहीं आया था और न ही हृदय में संवेदना के तार झनझनाए थे, क्योंकि उन बच्चों की हत्या राजनीतिक हत्या नहीं थी।
नेशनल
पीएम मोदी पर लिखी किताब के प्रचार के लिए स्मृति ईरानी चार देशों की यात्रा पर
नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एक नवीनतम पुस्तक ‘मोडायलॉग – कन्वर्सेशन्स फॉर ए विकसित भारत’ के प्रचार के लिए चार देशों की यात्रा पर रवाना हो गई हैं। यह दौरा 20 नवंबर को शुरू हुआ और इसका उद्देश्य ईरानी को मध्य पूर्व, ओमान और ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों से जोड़ना है।
स्मृति ईरानी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि,
एक बार फिर से आगे बढ़ते हुए, 4 देशों की रोमांचक पुस्तक यात्रा पर निकल पड़े हैं! 🇮🇳 जीवंत भारतीय प्रवासियों से जुड़ने, भारत की अपार संभावनाओं का जश्न मनाने और सार्थक बातचीत में शामिल होने के लिए उत्सुक हूँ। यह यात्रा सिर्फ़ एक किताब के बारे में नहीं है; यह कहानी कहने, विरासत और आकांक्षाओं के बारे में है जो हमें एकजुट करती हैं। बने रहिए क्योंकि मैं आप सभी के साथ इस अविश्वसनीय साहसिक यात्रा की झलकियाँ साझा करता हूँ
कुवैत, दुबई, ओमान और ब्रिटेन जाएंगी स्मृति ईरानी
डॉ. अश्विन फर्नांडिस द्वारा लिखित यह पुस्तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शासन दर्शन पर प्रकाश डालती है तथा विकसित भारत के लिए उनके दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करती है। कार्यक्रम के अनुसार ईरानी अपनी यात्रा के पहले चरण में कुवैत, दुबई, फिर ओमान और अंत में ब्रिटेन जाएंगी।
On the move again, embarking on an exciting 4 nation book tour! 🇮🇳Looking forward to connecting with the vibrant Indian diaspora, celebrating India’s immense potential, and engaging in meaningful conversations. This journey is not just about a book; it’s about storytelling,… pic.twitter.com/dovNotUtOf
— Smriti Z Irani (@smritiirani) November 20, 2024
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