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सोम का विवादित बयान, मुगलकालीन कलंक कथा को सुधार रही सरकार

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मेरठ। यूपी के मेरठ की सरधना सीट से भाजपा विधायक संगीत सोम एक बार फिर अपने विवादित बयान की वजह से सुर्खियों में हैं। उनका कहना है कि सरकार देश के इतिहास से बाबर अकबर और औरंगजेब की मुगलकालीन कलंक कथा को इतिहास से निकालने का काम कर रही है।

सोम ने कहा कि कुछ लोगों को बहुत दर्द हुआ जब ताजमहल का नाम देश के ऐतिहासिक स्थलों में से निकाल दिया गया। सोम ने कहा कि ये कैसा इतिहास, किस काम का इतिहास जिस में अपने पिता को ही कैद कर डाला था। इन लोगों ने हिंदुस्तान में हिन्दुओं का सर्वनाश किया था। संगीत सोम बोले कि अब भाजपा सरकार देश के इतिहास से बाबर, अकबर और औरंगजेब की कलंक कथा को इतिहास से निकालने का काम कर रही है।

भाजपा के फायर ब्रांड नेताओं में शुमार संगीत सोम ने यह बयान मेरठ में आयोजित एक जनसभा के दौरान दिया। ग्राम सिसौली में रविवार को संगीत सोम महाराज अनंगपाल सिंह तोमर की प्रतिमा अनावरण करने पहुंचे थे। उन्होंने मुगलकालीन बादशाहों को अत्याचारी बताते हुए कहा कि भारत के इतिहास में दर्ज उनके अत्याचारों में विश्वप्रसिद्ध ताजमहल भी शामिल है।

बता दें कि ताजमहल को उत्तर प्रदेश टूरिज्म बुक में स्थान न दिए जाने पर योगी सरकार की ओर से तुरंत सफाई दी गई थी कि ताजमहल देश की धरोहर है। वहीं बीजेपी विधायक संगीत सोम ने कहा कि ताजमहल को गद्दारों ने बनवाया था इसलिए इसका जिक्र इतिहास में नहीं होना चाहिए।

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प्रादेशिक

IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

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महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

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