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इश्क में हुए नाकाम तो प्रेमी-प्रेमिका ने जहर खाकर लगाया मौत को गले
वाराणसी। कहते हैं की प्यार अंधा होता है। अक्सर लोग इसके चक्कर में पड़ कर कुछ भी गलत कदम उठा सकते हैं। वाराणसी में कुछ इसी तरह का मामला सामने आया है जहां प्रेमी-प्रेमिका शादी नहीं होने की वजह से मौत को गले लगा लिया।
पूरा मामला वाराणसी के सारनाथ संग्रहालय का बताया जा रहा है। खबरों के मुताबिक बिहार में कृषि विभाग में एसडीओ के पद पर तैनात कमलेश प्रसाद परमहंस नगर कॉलोनी में अपना मकान बनवा रहे थे। उनका बेटा बैंकिंग परीक्षा में अपना भाग्य अजमा रहा था और उसे पड़ोस की लड़की से इश्क हो गया है। दोनों एक दूसरे से बेहद प्यार करते थे लेकिन शादी न होने की वजह से दोनों ने जहरीला पदार्थ खाकर मौत को गले लगा लिया।
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दोनों के पास एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। सुसाइड नोट के अनुसार दोनों ने यह कदम अपनी मर्जी से उठाया है। इस सुसाइड नोट में घर का पता और एक मोबाइल नम्बर लिखा गया है। दोनों ने जहर खाया तो उन्हें आनन-फानन में पुलिस ने प्राथमिक स्वास्थ केंद्र में भर्ती करवाया जहां रितेश को डॉक्टरों ने मृतक घोषित कर दिया।
जबकि गंभीर हालत में शिवानी को बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में भर्ती करवाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे भी मृतक घोषित कर दिया। इस घटना के बाद दोनों परिवार में शोक की लहर देखी जा सकती है।
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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई
नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।
बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।
बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।
ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।
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