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आतंकवाद वित्तपोषण मामले में सलाहुद्दीन के आवास पर छापेमारी

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नई दिल्ली, 26 अक्टूबर (आईएएनएस)| राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने छह साल पुराने आतंकवाद के वित्तपोषण मामले में गुरुवार को कश्मीर घाटी में हिजबुल मुजाहिदीन प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन के आवास पर छापेमारी की। एनआईए के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, एनआईए ने आज सुबह (गुरुवार) बडगाम जिले के सोइबुग गांव में शाहिद के घर पर छापेमारी की। यह तलाशी प्रक्रिया अब खत्म हो गई है।

उन्होंने बताया, हमने इस दौरान मोबाइल फोन, लैपटॉप, हार्ड डिस्क और कई दस्तावेज जब्त किए हैं।

यह छापेमारी एनआईए द्वारा दिल्ली में राज्य सरकार के कर्मचारी शाहिद (42) की गिरफ्तारी के दो दिन बाद हुई है।

शाहिद को 2011 के आंतकवाद के वित्तपोषण मामले में पूछताछ के लिए एनआईए मुख्यालय बुलाया गया था, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। यह मामला आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ाने के लिए पाकिस्तान और सऊदी अरब में मौजूद आतंकवादियों द्वारा हवाला के जरिए जम्मू एवं कश्मीर में पैसा भेजने से संबंधित है।

एनआई का कहना है कि शाहिद पिछले कई वर्षो से हिजबुल मुजाहिद्दीन आतंकी ऐजाज बट से हवाले के जरिए पैसा जुटा रहा था। श्रीनगर निवासी फिलहाल सऊदी अरब में रह रहा है।

शाहिद ने पूछताछ के दौरान स्वीकार किया कि उसे उसके पिता के निर्देश के आधार पर हिजबुल मुजाहिदीन के सदस्यों से पैसा मिलता है। उसने हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े अपने सहयोगियों के नाम का भी खुलासा किया, जो विदेशों से पैसे जुटाने में शामिल थे।

एनआईए ने 2011 के इस मामले में छह आरोपियों के खिलाफ दो आरोपपत्र दायर किए हैं। इन चारों में हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी का एक निकट सहयोगी गुलाम मोहम्मद बट, मोहम्मद सिद्दीक गनई, गुलाम जिलानी लिलू और फारुख अहमद डागा हैं, जो फिलहाल दिल्ली की तिहाड़ जेल में हैं।

इनमें से दो आरोपी मोहम्मद मकबूल पंडित और एजाज बट फरार हैं और उन्हें भगोड़ा करार दे दिया गाय है। पंडित हिजबुल मुजाहिद का सक्रिय आतंकवादी है, जो फिलहाल पाकिस्तान में है।

गुलाम मोहम्मद बट, गनई, लिलू और डागा को 22 जनवरी, 2011 को गिरफ्तार किया गया था और उनके पास से 21.20 लाख रुपये बरामद किए गए थे।

उनकी गिरफ्तारी के बाद एजाज बट, शाहिद को पैसे भेजता था।

एनआईए अधिकारी ने बताया कि हिजबुल मुजाहिदीन के बेटे को 2011, 2012, 2013 और 2014 में कम से कम चार किश्तों में पैसा मिला था।

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नेशनल

उद्धव ठाकरे का बैग चेक करने पर बोला चुनाव आयोग- SOP के तहत हुई चेकिंग, नियम सबके लिए समान

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मुंबई। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के एयरपोर्ट पर बैग चेक होने के मामले में अब चुनाव आयोग ने अपनी प्रतिकिया दी है। चुनाव आयोग ने कहा है कि एजेंसियां SOP का पालन कर रही हैं और उसी के तहत उद्धव के हेलिकॉप्टर की चेकिंग की जा रही है।

चुनाव आयोग ने साफ कहा है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले सभी उम्मीदवारों के लिए समान नियम लागू हैं। इसलिए तलाशी की गई। चुनाव आयोग ने कहा कि यह एक सामान्य प्रक्रिया है और आदर्श आचार संहिता के तहत की जाती है।

बता दें कि एयरपोर्ट पर चुनाव आयोग के अधिकारियों द्वारा अपना बैग चेक करने पर उद्धव भड़क गए हैं। दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे जब सोमवार को यवतमाल पहुंचे, तो उनके बैग की रूटीन चेकिंग की गई। उन्होंने चुनाव आयोग के अधिकारियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनका बैग तो चेक किया जा रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री शाह के बैग क्यों नहीं चेक होते?

उद्धव ने अधिकारियों से कहा कि आप लोग मेरा बैग तो चेक करो लेकि जब पीएम मोदी और दूसरे नेता तो उनका बैग चेक करने बजाय अपनी ‘पूंछ’ नहीं झुका लेना। जो भी जांच करनी है, बिना किसी दबाव के करनी चाहिए। उद्धव ने कहा कि जांच करने का तरीका सभी के लिए एक समान होना चाहिए, चाहे वह कोई भी नेता हो। उद्धव ने यह भी कहा कि वह इस वीडियो को जारी करेंगे और लोगों को बताएंगे कि जांच किस तरह होनी चाहिए।

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