Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

मप्र में किसानों को 10 घंटे बिजली देने का दावा

Published

on

Loading

भोपाल, 13 नवंबर (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश सरकार की ओर से किसानों को रबी के मौसम में 10 घंटे बिजली देने का दावा किया जा रहा है। इतना ही नहीं दावा तो यह भी किया जा रहा है कि इतिहास में पहली बार बिजली की आपूर्ति 11,466 मेगावाट से ऊपर पहुंच गई है।

आधिकारिक तौर पर जारी ब्योरे के अनुसार, राज्य में बिजली क्षेत्र में इस वर्ष नवंबर में ही बिजली की मांग में रोज नए रिकॉर्ड बन रहे हैं। इतिहास में पहली बार बिजली की मांग 11,466 मेगावाट से ऊपर पहुंच गई।

बिजली की मांग बढ़ने का मुख्य कारण रबी मौसम में किसानों को 10 घंटे गुणवत्तापूर्ण एवं निर्बाध बिजली की आपूर्ति कराना है।

यह भी कहा जा रहा है कि सभी बिजली उपभोक्ताओं को रोशनी के लिए 24 घंटे बिजली की सतत सप्लाई भी की जा रही है। प्रदेश में 11 नवंबर को सुबह नौ बजे से बिजली की मांग का ऐतिहासिक रिकॉर्ड उस समय बना, जब बिजली की मांग 11,466 मेगावाट के स्तर पर पहुंच गई।

बताया गया है कि बिजली की मांग दिसंबर माह में निरंतर बढ़ती रही है लेकिन इस वर्ष प्रदेश में कम वर्षा होने के कारण करीब डेढ़ माह पूर्व ही बिजली की मांग और आपूर्ति में निरंतर इजाफा हो रहा है। पिछले छह दिन से बिजली की मांग 11,000 मेगावट से ऊपर पहुंच गई।

ऊर्जा विभाग के आधिकारिक ब्योरे के मुताबिक, बिजली की आपूर्ति में पावर जेनरेटिंग कंपनी के ताप विद्युतगृहों से 1,950 मेगावाट और जल विद्युतगृहों से 345 मेगावाट, इंदिरा सागर-सरदार सरोवर-ओंकारेश्वर जल विद्युत परियोजना से 296 मेगावाट, एनटीपीसी और डीवीसी (सेंट्रल सेक्टर) से 2,895 मेगावाट, सासन अल्ट्रा मेगा पावर प्रोजेक्ट से 1,333 मेगावाट, आईपीपी का हिस्सा 1,310 मेगावाट रहा और बिजली बैंकिंग से 2,117 मेगावाट बिजली प्राप्त हुई। अन्य नवकरणीय स्रोत से 1,218 मेगावाट बिजली मिली।

राज्य में कार्यरत बिजली कंपनियों के क्षेत्र में मांग अलग-अलग रही। पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (जबलपुर, रीवा तथा सागर) में बिजली की मांग 2,871 मेगावाट, मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (भोपाल एवं ग्वालियर) में 3,716 मेगावाट और पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (इंदौर एवं उज्जैन) में 4,878 मेगावाट दर्ज की गई है।

Continue Reading

नेशनल

पीएम मोदी पर लिखी किताब के प्रचार के लिए स्मृति ईरानी चार देशों की यात्रा पर

Published

on

Loading

नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एक नवीनतम पुस्तक ‘मोडायलॉग – कन्वर्सेशन्स फॉर ए विकसित भारत’ के प्रचार के लिए चार देशों की यात्रा पर रवाना हो गई हैं। यह दौरा 20 नवंबर को शुरू हुआ और इसका उद्देश्य ईरानी को मध्य पूर्व, ओमान और ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों से जोड़ना है।

स्मृति ईरानी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि,

एक बार फिर से आगे बढ़ते हुए, 4 देशों की रोमांचक पुस्तक यात्रा पर निकल पड़े हैं! 🇮🇳 जीवंत भारतीय प्रवासियों से जुड़ने, भारत की अपार संभावनाओं का जश्न मनाने और सार्थक बातचीत में शामिल होने के लिए उत्सुक हूँ। यह यात्रा सिर्फ़ एक किताब के बारे में नहीं है; यह कहानी कहने, विरासत और आकांक्षाओं के बारे में है जो हमें एकजुट करती हैं। बने रहिए क्योंकि मैं आप सभी के साथ इस अविश्वसनीय साहसिक यात्रा की झलकियाँ साझा करता हूँ

कुवैत, दुबई, ओमान और ब्रिटेन जाएंगी स्मृति ईरानी

डॉ. अश्विन फर्नांडिस द्वारा लिखित यह पुस्तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शासन दर्शन पर प्रकाश डालती है तथा विकसित भारत के लिए उनके दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करती है। कार्यक्रम के अनुसार ईरानी अपनी यात्रा के पहले चरण में कुवैत, दुबई, फिर ओमान और अंत में ब्रिटेन जाएंगी।

Continue Reading

Trending