Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

सेम्बकॉर्प को 250 मेगावॉट पवन ऊर्जा परियोजना आवंटित

Published

on

Loading

नई दिल्ली, 13 नवंबर (आईएएनएस)| सेम्बकॉर्प के भारतीय अक्षय ऊर्जा (रीन्यूएबल एनर्जी) व्यापार खंड को 250 मेगावॉट पवन परियोजना के लिए काम आवंटित होने का आधिकारिक पत्र जारी कर दिया गया है।

कंपनी को यह परियोजना सोलर एनर्जी कॉपोर्रेशन ऑफ इंडिया (एसईसीआई) द्वारा आयोजित दूसरी अंर्तदेशीय पवन ऊर्जा नीलामी में प्रदान किया गया है जिसे नवीन एवं अक्षय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) के आधार पर एसईसीआई द्वारा इस 4 अक्टूबर को आयोजित किया गया था।

कंपनी ने एक बयान में यह जानकारी देते हुए कहा कि इस परियोजना को विभिन्न चरणों में विकसित किया जाएगा और 2019 की पहली छमाही तक इसको पूरी तरह से विकसित कर चालू किए जाने का लक्ष्य रखा गया है।

सेम्बकॉर्प ने अब तक भारत में दो सबसे बड़़ी संयुक्त क्षमता की राष्ट्रीय पवन ऊर्जा निविदाओं को जीतने में सफल रही है।

कंपनी ने बताया कि परियोजना के पूरा होने पर, इसके संपूर्ण बिजली उत्पादन को 25 साल के दीर्घकालिक बिजली खरीद समझौते के तहत एसईसीआई को बेचा जाएगा। यह परियोजना भारत की केंद्रीय ट्रांसमिशन यूटिलिटी से जुड़ी होगी और कई राज्यों को बिजली की आपूर्ति करेगी, जिससे उन्हें अपनी रीन्यूएबल ऊर्जा आवश्यकता पूरी करने में मदद मिलेगी।

सेम्बकॉर्प इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और कंट्री हेड विपुल तुली ने कहा, यह नई अक्षय ऊर्जा परियोजना देश में अपने ऊर्जा व्यापार को मजबूत और अधिक मजबूत बनाने के लिए सेम्बकॉर्प की रणनीति के अनुरूप है। यह भारत के प्रति हमारी प्रतिबद्धता और देश की निरंतर प्रगति को प्रोत्साहित करने में भूमिका निभा रही है।

सेबकॉर्प ग्रीन इंफ्रा के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील गुप्ता ने कहा, उपकरणों की कीमतों में गिरावट के साथ हमें दोहरा अवसर मिला है कि हम कम दरों पर क्लीन एनर्जी एनर्जी से तैयार बिजली प्रदान कर सकें।

कंपनी देश भर में 4000 मेगावाट बिजली क्षमता की परियोजनाओं का संचालन और विकास कर रही है। इनमें थर्मल और अक्षय ऊर्जा, दोनों तरह की परियोजनाएं शामिल हैं।

Continue Reading

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending