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खेल-कूद

शास्त्री को भरोसा, साउथ अफ्रीका की बत्ती गुल कर देंगे ‘ब्वॉयज इन ब्लू’

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नई दिल्ली। भारत ने दक्षिण अफ्रीका में कभी भी सीरीज नहीं जीती है, लेकिन कोच रवि शास्त्री अगामी दौरे पर इतिहास बदलने को लेकर आश्वस्त हैं। भारतीय टीम इस समय बेहतरीन फॉर्म में है और इस साल वह एक भी द्विपक्षीय सीरीज नहीं हारी है।

शास्त्री ने कहा, “अगले महीने से शुरू होने वाले दौरे पर हमारी मानसिकता में कोई बदलाव नहीं होगा। हमारे लिए सभी विपक्षी टीमें एक समान हैं। हम हर विपक्षी टीम का सम्मान करते हैं और हर मैच हमारा घरेलू मैच होता है।” शास्त्री ने कहा, “अगला दौरा दक्षिण अफ्रीका का है, जहां हम एक भी सीरीज नहीं जीते हैं। यहां हमारी टीम के पास कुछ अलग करने का बेहतरीन मौका है।”

उन्होंने कहा, “हमें विश्वास है। हम वहां जा रहे हैं और हम दक्षिण अफ्रीका को अन्य टीमों की तरह ही समझेंगे। हां, हम उनका सम्मान करेंगे, लेकिन हम वहां जीतने के लिए जा रहे हैं।” शास्त्री ने उन पूर्व खिलाडिय़ों को भी आड़े हाथों लिया जिन्होंने महेंद्र सिंह धौनी की हाल ही में आलोचना की थी और उनकी सीमित ओवरों की टीम में स्थान को लेकर सवाल उठाए थे। शास्त्री का मानना है कि धौनी अपने से 10 साल जूनियर खिलाड़ी से भी ज्यादा फिट हैं।

उन्होंने कहा, “हम बेवकूफ नहीं हैं। मैं पिछले 30-40 साल से इस खेल को देख रहा हूं। धौनी एक दशक से इस टीम का हिस्सा हैं। हम जानते हैं कि इस उम्र में वह 26 साल के खिलाड़ी को भी मात दे सकते हैं। लोग अपने खेल के बारे में भूल गए हैं। अगर वो शीशे में अपने आप को देखेंगे तो उन्हें पूछना चाहिए कि वह 36 साल की उम्र में क्या थे? क्या वो दो रन तेजी से भाग सकते थे? जितने समय में वो दो रन लेते थे, धौनी उतनी देर में तीन रन ले लेते हैं। उन्होंने दो विश्व कप जीते हैं और 51 का औसत है। आज तक आपके पास वनडे टीम में उनका स्थान लेने वाला विकेटकीपर नहीं है।”

पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, “वह अभी भी सर्वश्रेष्ठ हैं, सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि विश्व में। आप जो कुछ चीजें उनमें देखेंगे आपको वो किसी और में नहीं मिलेंगी।” कोच ने कहा, “वह टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलते हैं, इसलिए उन्हें 2019 विश्व कप तक ज्यादा से ज्यादा क्रिकेट खेलनी चाहिए।”

विराट कोहली की कप्तानी पर शास्त्री ने कहा कि उनके काम करने का तरीका दूसरे खिलाडिय़ों को अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने कहा, “विराट में जो सबसे अच्छी बात है वो उनका काम करने का तरीका। वह जानते हैं कि उन्हें किस तरह का खिलाड़ी बनना है और उसके लिए उन्हें क्या करना है। इसलिए उनका जोर फिटनेस पर होता है, वह काफी बलिदान देते हैं। 29 साल का होने के नाते भी वह काफी कुछ करना चाहते हैं और यह उनकी जिंदगी का हिस्सा बन गया है।”

उन्होंने कहा, “जब आपके पास इस तरह का कप्तान होता है जो काफी कुछ हासिल करना चाहता है और उसके सपने भी देखता है तो इसका असर दूसरे खिलाडय़िों पर भी पड़ता है। दूसरे भी वैसा ही करना चाहते हैं। वह अपने लिए उच्च पैमाने तय करना चाहते हैं और बहानों को नापसंद करते हैं।”

खेल-कूद

IND VS AUS: पर्थ में भारतीय गेंदबाजों का कहर, बैकफुट पर ऑस्ट्रेलिया, 67 रनों पर गंवाए 7 विकेट

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नई दिल्ली। पर्थ टेस्ट में भारतीय गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया को बैकफुट पर धकेल दिया है। भारत के पहली पारी में 150 रनों के जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम सात विकेट खोकर 67 रन ही बना पाई है। ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत खराब रही थी। तीसरे ही ओवर में बुमराह ने नाथन मैकस्वीनी को एल्बीडब्ल्यू आउट किया। वह 10 रन बना सके। इसके बाद बुमराह ने उस्मान ख्वाजा को कोहली के हाथों कैच कराया, फिर अगली ही गेंद पर स्टीव स्मिथ को एल्बीडब्ल्यू आउट किया। ख्वाजा आठ रन और स्मिथ खाता नहीं खोल सके। ट्रेविस हेड को डेब्यू कर रहे तेज गेंदबाज हर्षित राणा ने क्लीन बोल्ड किया। वह 11 रन बना सके। वहीं, मिचेल मार्श छह रन बनाकर मोहम्मद सिराज का शिकार बने। सिराज ने इसके बाद लाबुशेन को एल्बीडब्ल्यू किया। वह 52 गेंद में दो रन बना सके। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस को भारतीय कप्तान बुमराह ने पंत के हाथों कैच कराया। वह तीन रन बना सके। फिलहाल एलेक्स कैरी 19 रन और मिचेल स्टार्क छह रन बनाकर नाबाद हैं। बुमराह के अलावा मोहम्मद सिराज ने दो विकेट लिए, जबकि हर्षित राणा को एक विकेट मिला।

भारतीय पारी

पर्थ के मैदान पर टीम इंडिया के बल्लेबाजी क्रम की एक बार फिर पोल खुल गई। 49.4 ओवर खेलकर ही भारत की पूरी टीम सिर्फ 150 रन बनाकर ढेर हो गई। टीम के छह बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर सके। टीम इंडिया की शुरुआत ही बेहद खराब हुई। यशस्वी जायसवाल बिना खाता खोले ही मिचेल स्टार्क की गेंद पर पवेलियन लौट गए। देवदत्त पडिक्कल ने 23 गेंदों का सामना किया, लेकिन वो अपने नाम के आगे एक रन तक नहीं लिखवा सके। नंबर चार पर बल्लेबाजी करने उतरे विराट कोहली से फैन्स को काफी उम्मीदें थीं। हालांकि, विराट का किस्मत ने एक बार फिर साथ नहीं दिया और वह जोश हेजलवुड के हाथ से निकली बेहतरीन गेंद पर अपना विकेट गंवा बैठे। भोजनकाल से पहले 23वें ओवर में मिचेल स्टार्क ने के एल राहुल (26) को आउट कर भारत को बड़ा झटका दिया।

लंच के बाद चार विकेट पर 51 रन के आगे खेलने उतरी भारतीय टीम दूसरे सेशन में 24.4 ओवर में मात्र 99 रन ही जोड़ पाई और बचे हुए बाकी विकेट गवां दिये। 59 के स्कोर पर भारतीय टीम को पांचवां झटका लगा। मिचेल मार्श ने ध्रुव जुरेल को मार्नस लाबुशेन के हाथों कैच आउट कराया। जुरेल 11 रन बनाकर आउट हुए।

इसके बाद वॉश‍िंगटन सुंदर मात्र चार रन बनाकर म‍िचेल मार्श की गेंद पर व‍िकेटकीपर एलेक्स कैरी को कैच थमा बैठे। भारत ने छह विकेट गिरने के बाद ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी बल्लेबाजी करने आए और उन्होंने ऋषभ पंत के साथ छठे विकेट के लिए 48 रन जोड़े। भारत को सातवां झटका ऋषभ पंत के रूप में लगा। वह 37 रन बनाकर पैट कम‍िंंस की गेंद पर दूसरी स्ल‍िप में खड़े स्टीव स्म‍िथ को कैच थमा बैठे।
इसके बाद हर्ष‍ित राणा मात्र 7 रन बनाकर जोश हेजलवुड की गेंद पर मार्नस लॉबुशेन को कैच थमा बैठे। भारत का नौवां विकेट जसप्रीत बुमराह के रूप में गिरा, जो जोश हेजलवुड की गेंद पर विकेटकीपर कैरी को कैच थमा बैठे। वहीं आखिरी विकेट नीतीश रेड्डी का गिरा। रेड्डी को पैट कमिंस ने उस्मान ख्वाजा के हाथों कैच आउट कराया।

 

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