Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

ऑफ़बीट

तवायफों पर मृणाल पाण्डे ने लिखा कुछ ऐसा, मुरीद हुईं शुभा मुद्गल

Published

on

Loading

नई दिल्ली। इंडिया हैबिटेट सेंटर में कवि अशोक वाजपेयी, गायिका शुभा मुद्गल, कवि मंगलेश डबराल एवं राजकमल प्रकाशन के प्रबंध निदेशक अशोक माहेश्वरी ने उपन्यासकार मृणाल पाण्डे की पुस्तक ‘सहेला रे’ का लोकार्पण किया। इसके बाद रंगकर्मी सुमन वैद एवं दक्षिणा शर्मा ने उपन्यास से अंशपाठ किया। उपन्यासकार मृणाल पांडे अपनी शास्त्रीय संगीत और कला की समझ के लिए भी जानी जाती हैं। उनका यह उपन्यास ‘सहेला रे’ शास्त्रीय संगीत के उस दौर की किस्सागोई करता है जहां परफॉर्मर नहीं साधक हुआ करते थे।

‘सहेला रे’ अंग्रेज बाप से जन्मी अंजलीबाई और उसकी मां हीरा को केंद्र में रखता है, इसी के बहाने बनारस, घरानेदारी के तार छूता है। इस मौके पर सुप्रसिद्ध हिन्दुस्तानी शात्रीय संगीत गायिका शुभा मुद्गल ने कहा, “इस उपन्यास से मुझे वो प्राप्त हुआ जो एक संगीत का विद्यार्थी अनुभव करता है। तवायफों पर लिखने का साहस मृणाल पाण्डे ही कर सकती हैं।”

उपन्यासकार मृणाल पाण्डे

उन्होंने कहा भारत में खाटी समीक्षा (प्योर रिव्यू) जैसी चीज शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में नहीं है और यही हाल साहित्य में भी बन आई है। कवि और आलोचक अशोक वाजपेयी ने कहा, “यह एक ऐसा उपन्यास था जिसको पढऩे की रुचि मेरी इसलिए थी कि हिंदी में संगीत पर बहुत कम लिखा गया है, अक्सर मैं उपन्यास को पढ़ते-पढ़ते उब जाता हूं और आगे नहीं पढ़ पाता, मगर यह ऐसा पहला उपन्यास था जिसे मैंने केवल एकदिन में ही पूरा पढ़ लिया था।”

कवि मंगलेश डबराल ने कहा, “संगीत उनकी दुनिया है, अगर मृणाल पाण्डे आज लिख नहीं रही होती तो गा रही होती।”

गायिका शुभा मुद्गल

अंजलीबाई और उसकी मां दोनों ही मशहूर गानेवाली थी, न सिर्फ गानेवाली बल्कि खुबसूरत भी थी, हीराबाई जो एक अंग्रेज अफसर को भा गई और बाद में दोनों की एक बेटी हुई, कुछ समय बाद अफसर की मृत्यु हो गयी और दोनों मां-बेटी बनारस आ पहुंचे। बनारस तो जाना ही जाता है संगीत के लिए।

भारतीय संगीत का एक दौर ऐसा भी रहा है जब संगीत के प्रस्तोता नहीं, साधक हुआ करते थे। वे सिर्फ अपने लिए गाते थे और उन्हें सुनने वाले उनके स्वरों को प्रसाद की तरह ग्रहण करते थे। मृणाल पाण्डे की यह पुस्तक उसी दौर की कहानी आपके सामने रखता है।

ऑफ़बीट

आ गई आईपीएल की डेट, 14 मार्च को पहला मैच, जानें कब खेला जाएगा फाइनल

Published

on

Loading

नई दिल्ली। आईपीएल का अगला सीजन 14 मार्च से शुरू होगा और इसका फाइनल 25 मई को खेला जाएगा। IPL ने इसकी जानकारी टीमों को गुरुवार को भेजे ईमेल में दी है। क्रिकइंफो के मुताबिक, IPL ने सभी टीमों को अगले तीन सीजन का ड्राफ्ट शेड्यूल भेजा है, लेकिन संभावना है कि ये अंतिम तारीखें होंगी।

2025 के सीज़न में पिछले तीन सीज़न की तरह ही 74 मैच खेले जाएंगे। हालांकि 2022 में आईपीएल द्वारा 2023-27 के चक्र के लिए बेचे गए मीडिया राइट्स में 84 मैच खेले जाने का ज़िक्र था।

आईपीएल ऑक्शन पर सभी की निगाहें

दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेटिंग लीग आईपीएल का फैंस का हमेशा बेसब्री से इंतजार रहता है। आईपीएल दुनिया भर के क्रिकेटरों को एक शानदार मंच देता है। यहां खेलने वाले खिलाड़ियों को पैसा और शोहरत दोनों चीजें मिलती हैं। आईपीएल रिटेंशन के बाद अब फैंस की निगाहें मेगा ऑक्शन पर टिकी हुई हैं। इस ऑक्शन में कई फ्रेंचाइजी पूरी तरह से नया स्क्वाड बनाएंगी और कई प्लेयर्स के सबसे महंगे भी खरीदे जाने की उम्मीद है।

इस बार की मेगा ऑक्शन में 574 खिलाड़ियों का भविष्य दांव पर होगा, जिसमें 366 भारतीय जबकि 208 विदेशी खिलाड़ी शामिल हैं। कुल 330 अनकैप्ड खिलाड़ी इस नीलामी का हिस्सा होंगे, जिसमें 318 भारतीय और 12 विदेशी खिलाड़ी शामिल हैं। 10 टीमों में 204 खिलाड़ियों के लिए स्लॉट खाली हैं, जिसमें 70 विदेशी खिलाड़ी जगह बना सकते हैं। बड़ी नीलामी 24 नवंबर को भारतीय समयानुसार दोपहर 3.30 बजे शुरू होगी।

 

Continue Reading

Trending