Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

इफको की आंवला इकाई में राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह शुरू, प्रदर्शनी का भी उद्घाटन

Published

on

IFFCO-Security-program

Loading

आंवला। दुनिया की सबसे बड़ी सहकारी संस्था इफको (इंडियन फारमर्स फर्टिलाइजर कोआपरेटिव लिमिटेड) की आंवला इकाई में बुधवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह की शुरुआत हुई। इस मौके पर संस्था के वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक अनिल कुमार माहेश्वरी ने कर्मचारियों को सुरक्षा नियमों का पालन करने की शपथ दिलाई। उन्होंने कर्मियों को सुरक्षा के प्रति हमेशा सजग रहने को कहा। उन्होंने अग्नि एवं सुरक्षा प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया।

कार्यक्रम की शुरुआत उप-महाप्रबंधक अग्नि एवं सुरक्षा एनपी राव ने इकाई प्रमुख के स्वागत भाषण से की। इस अवसर पर वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक अनिल कुमार माहेश्वरी ने अधिकारियों और इफको कर्मियों को सुरक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण के बचाव के लिए सुरक्षा नियमों का पालन करने की शपथ दिलाई। उन्होंने कर्मचारियों का आह्वान किया कि वे नियमों, विनियमों तथा कार्यविधियों के पालन के लिए अपना सहयोग प्रदान करें।

कार्यकारी निदेशक अनिल माहेश्वरी ने कहा कि छोटी सी दुघर्टना हमें और हमारे परिवार को बहुत प्रभावित करती है। घर हो या कार्यस्थल अपनी सुरक्षा के प्रति हमेशा सजग रहें। जागरुकता बढ़ाकर जटिल संकट को भी टाला जा सकता है। माहेश्वरी ने यह भी कहा कि दोपहिया वाहन को चलाते समय हेलमेट जरूर पहनें और बच्चों को भी इसके लिए प्रोत्साहित करें। उन्होंने पूरे वर्ष दुर्घटना रहित इफको को नए सेफ्टी रिकॉर्ड बनाने के लिए जोर दिया।

इससे पहले कार्यक्रम के आयोजक उप-महाप्रबंधक अग्नि एवं सुरक्षा एनपी राव ने बताया कि सुरक्षा जागृति एवं प्रसार के उद्देश्य से राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है।

DSC_0208कार्यक्रम में हर साल की तरह सुरक्षा स्लोगन प्रतियोगिता भी आयोजित की गई है। जिसमें भागीदारी के लिए इफको कर्मियों को आमंत्रित किया गया है। अच्छा स्लोगन लिखने वालों को पुरस्कार भी दिया जाएगा। कार्यक्रम के अंत में फायर एंड सेफ्टी विभाग के हरीश रावत ने कार्यक्रम में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने वाले इफको कर्मियों और अधिकारियों को धन्यवाद दिया।

इस मौके पर वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक अनिल कुमार माहेश्वरी महाप्रबंधक, जी के गौतम, ए के चतुर्वेदी, आर के श्रीवास्तव, रवि अग्निहोत्री,एस सी गुप्ता, राकेश पुरी, अतुल गर्ग , एन पी राव, आर के पाण्डेय, संजीव सक्सेना , मुख्य सुरक्षा अधिकारी कर्नल मारवाह और आँवला इम्प्लाइज यूनियन के अध्यक्ष सुदामा यादव, महामंत्री जितेन्द्र कुमार, ऑफीसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष हरीश रावत, महामंत्री रामसिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह के तहत आयोजित होने वाले कार्यक्रम

10 मार्च 2015 तक चलने वाले राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह में विभिन्न कार्यक्रम सम्पन्न होगें।
– सेमीनार हाल तकनीकी भवन में ‘‘ संयत्र एवं घरों में लेने वाले सामान्य संरक्षा के साधन और उपाय‘‘ विषय पर सुरक्षा निबंध प्रतियोगिता 4 मार्च को
– अग्नि एवं सुरक्षा भवन के सामने 5 मार्च को फायर ड्रिल
– रन फॉर हेल्थ 8 मार्च को टाउनशिप शापिंग सेंटर से
– आनन्द भवन क्लब में सुरक्षा चित्र प्रतियोगिता 8 मार्च को आयोजित होगी। इसमें कक्षा एक से 10 तक तीन वर्गों में स्कूली बच्चे हिस्सा लेंगे
– सेमीनार हाल तकनीकी भवन में 9 मार्च को सुरक्षा पहेली का आयोजन, वाद-विवाद प्रतियोगिता
– राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह का समापन समारोह 10 मार्च को, पुरस्कारों का वितरण किया जाएगा

Continue Reading

मुख्य समाचार

‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना से 82,120 बालिकाओं को खेल में निपुण बनाएगी योगी सरकार

Published

on

Loading

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में पढ़ने वाली 82,120 बालिकाओं की खेल प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने का प्रयास तेज कर दिया है। सरकार इस उद्देश्य को ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू कर साकार करेगी।

बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह के नेतृत्व में इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को विशेषज्ञ प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस योजना से बालिकाएं खेल में निपुण होने के साथ-साथ शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास भी प्राप्त करेंगी, जिससे वे समाज में एक सशक्त पहचान बना सकेंगी।

उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में बालिकाओं की खेल प्रतिभा को निखारने और उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर उभारने के उद्देश्य से ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू की गई है। इस योजना का उद्देश्य पिछड़े और वंचित समुदायों की बालिकाओं को खेल के क्षेत्र में विशेष कौशल प्रदान करना है। इसके अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को खेल विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा। यह योजना पायलट प्रोजेक्ट के रूप में प्रत्येक जनपद के दो केजीबीवी में आरंभ की जाएगी और सफल होने पर इसे अन्य विद्यालयों में भी विस्तार दिया जाएगा।

राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है उद्देश्य इस योजना का मुख्य उद्देश्य केजीबीवी में अध्ययनरत 82,120 छात्राओं को खेलों में प्रशिक्षित कर राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है। यह योजना छात्राओं को न केवल खेल किट और आधारभूत प्रशिक्षण प्रदान करेगी, बल्कि विभिन्न प्रतियोगिताओं में जनपद और राज्य स्तर पर चयनित करने की प्रक्रिया भी सुनिश्चित करेगी।

विद्यालय में खेल का चयन ऐसे होगा

प्रत्येक विद्यालय में एक खेल समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें वार्डन, व्यायाम शिक्षिका, खेल प्रभारी और दो खिलाड़ी छात्राएं होंगी। यह समिति छात्राओं की रुचि और उपलब्ध संसाधनों के आधार पर एक खेल का चयन करेगी। चयनित खेल में प्रशिक्षण देने के लिए योग्य महिला प्रशिक्षक नियुक्त की जाएगी। आवश्यकतानुसार, बाहरी खेल प्रशिक्षकों की सहायता भी ली जा सकेगी।

विशेष प्रशिक्षण और स्वास्थ्य पर रहेगा विशेष ध्यान

योजना के अंतर्गत, खेल गतिविधियों के संचालन के लिए एक निर्धारित समय सारिणी होगी, जिसमें प्रशिक्षक छात्राओं को खेल की बारीकियां सिखाएंगे। बेहतर स्वास्थ्य के लिए पोषण और स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे, जिसमें छात्राओं को आहार, पोषण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाएगा। बालिकाओं का स्वास्थ्य परीक्षण भी समय-समय पर किया जाएगा।

समाज और विभागीय सहयोग लिया जाएगा

पूर्व राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को भी बुलाकर छात्राओं को प्रेरित किया जाएगा। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं को स्थानीय स्तर पर पुरस्कृत भी किया जाएगा। इसके अलावा, विद्यालयों में खेल प्रतियोगिताओं के दौरान सम्मानित नागरिकों और विभागीय अधिकारियों को आमंत्रित कर छात्राओं का उत्साहवर्धन किया जाएगा।

खेल संघों और कॉर्पोरेट समूहों से भी लिया जाएगा सहयोग

योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए राज्य और राष्ट्रीय स्तर के खेल संघों के साथ कॉर्पोरेट समूहों से भी सहयोग लिया जाएगा। कॉर्पोरेट समूहों की मदद से छात्राओं के लिए आवश्यक खेल सामग्री और अन्य सुविधाएं बेहतर तरीके से उपलब्ध कराई जाएंगी।

बालिकाओं का विशेष स्थानांतरण और अभिभावकों की ली जाएगी सहमति

चयनित छात्राओं को विशेष खेल प्रशिक्षण देने के लिए तीन महीने तक नोडल केजीबीवी में रखा जाएगा। इस दौरान उनके रहने, खाने और प्रशिक्षण की पूरी व्यवस्था होगी। इसके बाद, छात्राओं को उनके मूल केजीबीवी में वापस भेज दिया जाएगा। छात्राओं के स्थानांतरण से पूर्व उनके अभिभावकों से सहमति ली जाएगी।

Continue Reading

Trending