Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

अब मयंक गांधी हुए बागी, प्रशांत भूषण व योगेंद्र यादव का समर्थन किया

Published

on

mayank_gandhi-AAP-leader

Loading

मुंबई। आप की पीएसी से प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव को बाहर का रास्ता दिखाए जाने के बाद भी बगावती सुर थमने का नाम नहीं ले रहे। अब पार्टी के एक अन्य बड़े नेता मयंक गांधी ने सीधे पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ सुर बुलंद किए हैं। आप के वरिष्ठ नेता मयंक गांधी ने दावा किया है कि आप नेता प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव पार्टी की सर्वोच्च नीति नियामक निकाय से इस्तीफा देने के लिए तैयार थे, लेकिन उन्हें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के समर्थकों ने बहुमत से बाहर निकाला। मयंक गांधी ने योगेंद्र और प्रशांत के हवाले से लिखा कि केजरीवाल उन्हें पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) में रखना नहीं चाहते। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बुधवार को हुई बैठक में 19 सदस्यों ने भाग लिया था, जिनमें मयंक गांधी भी शामिल थे।

गांधी ने कहा कि हालांकि दोनों ही नेता पीएसी से बाहर जाने के लिए तैयार थे, और इसके लिए उन्होंने दो प्रस्ताव भी रखे थे। यादव और भूषण ने सुझाव दिया कि नौ सदस्यीय पीएसी का दोबारा गठन किया जाए, जिसमें सदस्यों को मतदान के माध्यम से चुना जाए, मगर चुनाव की इस प्रक्रिया में वे दोनों भाग नहीं लेंगे। दूसरा सुझाव उन्होंने दिया कि पीएसी इसी तरह कार्यरत रह सकती है, लेकिन यादव और भूषण इसकी बैठकों में भाग नहीं लेंगे।

उन्होंने कहा, “बैठक कुछ समय के लिए स्थगित हो गई और मनीष सिसोदिया और अन्य को आशीष खेतान, आशुतोष, दिलीप पाण्डेय आदि ने फैसला लेने के लिए अधिकृत कर दिया।” मयंक गांधी ने बुधवार की रात अपने ब्लॉग में लिखा, “दोबारा से बैठक होने पर मनीष सिसोदिया ने एक प्रस्ताव रखा कि योगेंद्र और प्रशांत को पीएसी से बाहर निकाल दिया जाए। इस प्रस्ताव को संजय सिंह ने सहमति दी।”
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, आशीष खेतान, आशुतोष, पाण्डेय और संजय सिंह केजरीवाल समर्थक माने जाते हैं। बैठक से पहले उनमें से कुछ ने भूषण और यादव के खिलाफ कई चुभने वाले आरोप लगाए। उन्होंने योगेंद्र पर केजरीवाल के खिलाफ बगावत करने का आरोप लगाया। गांधी ने कहा कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मतदान की प्रक्रिया में कुछ अन्य सदस्यों के साथ उन्होंने भी हिस्सा नहीं लिया था। वह हालांकि इस बात पर सहमत थे कि यादव और भूषण को पीएसी से बाहर रखा जाना चाहिए और कुछ अन्य जिम्मेदारियां दी जानी चाहिए, क्योंकि केजरीवाल पीएसी का काम करने के लिए केजरीवाल को सहज माहौल की जरूरत है।

गांधी ने कहा, “मैं प्रस्ताव लाकर उन्हें सार्वजनिक रूप से हटाने की बात पर दंग था, खासतौर पर तब जब वे स्वयं पीएसी छोड़ने के लिए तैयार थे। इसके अलावा उन्हें बर्खास्त करने का फैसला पूरे देश के आप कार्यकर्ताओं की भावनाओं के खिलाफ था।” उन्होंने कहा कि यद्यपि यादव और प्रशांत को पीएसी से इस्तीफा देना चाहिए, लेकिन प्रस्ताव के पीछे का ढंग और इरादा स्वीकार नहीं है और इसीलिए उन्होंने खुद को मतदान से अलग रखा।

उल्लेखनीय है कि मयंक गांधी आप की महाराष्ट्र इकाई के संयोजक हैं।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending